Diwali 2020: दीपावली से पहले गाय के गोबर से दीये बनाने की अनूठी पहल
गाय के गोबर के दीये (Photo Credits: Wikimedia Commons)

जहां एक और नवरात्रि और दशहरा की ख़रीददारी चल रही है वहीं अब दीपावली के लिये भी तैयारी होने लगी है. दीपावली दीयों का त्योहार है, ऐसे में मिट्टी के दीये तो सबने खूब जलाये होंगे. लेकिन इस बार आपको गाय के गोबर के भी दीये देखने को मिलेंगे. हिंदू धर्म में गाय और इसके गोबर को सबसे पवित्र माना गया है. हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला में उत्तर भारत के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल माता बाला सुंदरी मंदिर है. जहां स्थित गौसदन में पशुपालन विभाग और जिला प्रशासन ने मिलकर गाय के गोबर से दिये बनाने की अनोखी पहल शुरू की है.

सिरमौर के उपायुक्त आरके परूथी के मुताबिक दीपक डिब्बा बंद कर उस पर मेड इन सिरमौर के नाम से दीपावली के मौके पर बाजार में उतारा जायेगा. इससे जहां आत्मनिर्भरता बढ़ेगी वहीं पशुओं को बेसहारा छोड़ने की समस्या भी हल होगी.

गरम नहीं होते हैं ये दीये

आरके परूथी ने कहा कि दिये टेस्टेड हैं और खास बात ये है कि यह गरम नहीं होता और जब प्रयोग कर लेते हैं तो उसे खाद के तौर पर भी कहीं डाल सकते हैं. ये दिये काफी सस्ते भी होते है और हाथ से बने हुये है. साथ ही उन्होंने बताया कि आने वाले समय में इसके दाम भी तय किये जायेंगे.

पशु पालन विभाग में उप निदेशक नीरू शबनम के अनुसार गाय के गोबर के दीपक इको फ्रेंडली हैं. इससे गोबर का भी उपयोग हो रहा है और महिलाओं की आय का भी स्रोत बन रहा है. इसमें सूखा गोबर, कुछ अंश मिट्टी का डाल कर दिये बनाये जा रहे हैं. अक्सर देखा जाता है कि मिट्टी के दिये प्रयोग के बाद कोई अन्य काम के नहीं रहते हैं लेकिन ये काफी शुद्ध हैं और प्राचीन समय में भी ऐसे ही दीयों का प्रयोग किया जाता रहा है.

वहीं दिये बनाने वाली स्वयं सहायता समूह की महिलायें भी काफी उत्साहित हैं. उनका कहना है कि गाय के गोबर के दिये बानने सीख रहे हैं और इसे कोई भी कहीं भी रहकर बना सकतें हैं. इन दियों को भी कई आकर्षक रूप में बनाया जा रहा है. उम्मीद है कि इस बार इन दीयों को लोग पसंद करेंगे.