इस वर्ष धनतेरस की तिथियों को लेकर दुविधा बरकरार है. दरअसल विभिन्न पंचांगों में अलग-अलग तिथियां दी गई हैं. ये पंचांग अलग-अलग स्थानों पर बने होने के कारण उनकी तिथियों में भिन्नता स्वाभाविक है, क्योंकि जिस स्थान पर पंचांग बनाये जाते हैं, वह स्थानीय सूर्योदय एवं सूर्यास्त के आधार पर होते हैं. यहां इन बातों को विशेष रूप से देखते हुए धनतेरस की तिथियों के बारे में बताया जा रहा है.
ऐसे करें धनतेरस की दुविधा का निस्तारण
गौरतलब है कि 22 अक्टूबर 2022, शनिवार को शाम 06.02 बजे द्वादशी समाप्त होगी, और त्रयोदशी प्रदोष काल में पड़ रही है. मुंबई में बनें पंचांग में सूर्यास्त के अनुसार 22 अक्टूबर 2022 को धनत्रयोदशी एवं प्रदोष मनाया जायेगा. जिन राज्यों एवं शहरों में शाम 06.02 बजे के बाद सूर्यास्त होता है, वहां 22 अक्टूबर को धन त्रयोदशी एवं प्रदोष काल होगा. 23 अक्टूबर 2022 दिन रविवार को शाम 06.03 बजे के पहले सूर्यास्त होता है, वहां पूरे दिन और संपूर्ण सायंकाल तक त्रयोदशी रहती है. अर्थात यहां थोड़े समय के लिए ही प्रदोष काल रहेगा. इसलिए जिन शहरों में शाम 06.03 बजे से पहले सूर्यास्त होता है, वहां 23 अक्टूबर 2022 को धन त्रयोदशी एवं प्रदोषकाल रहेगा.
महाराष्ट्र एवं दक्षिण प्रदेशों में कुछ स्थानों पर 22 अक्टूबर और कुछ स्थानों पर 23 अक्टूबर को धनतेरस का पर्व मनाया जायेगा. देखिये विस्तृत सूची.
22 अक्टूबर 2022 शनिवार को इन शहरों में मनाया जाएगा धनतेरस
मुंबई, पुणे, ठाणे, सांगली, कोल्हापुर, नासिक, सातारा, संपूर्ण कोंकण, गोधरा को छोड़कर संपूर्ण गुजरात, कर्नाटक, बेलगाम, उडुपी एवं मंगलोर में 22 अक्टूबर 2022 शनिवार के दिन धनतेरस एवं प्रदोष की तिथि मानी जायेगी और धनतेरस का पर्व मनाया जायेगा.
इन शहरों में मनाया जाएगा धनतेरस 23 अक्टूबर 2022 को
दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, बिहार, छत्तीसगढ़, पंजाब, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, राजस्थान (जैसलमेर में 22 अक्टूबर) सोलापुर, नागपुर, अकोला, अमरावती, औरंगाबाद, जलगांव, नांदेड़, धुले, परभणी, लातुर, वर्धा, भुसावल, कर्नाटक में बीजापुर, गुलबर्गा, बीदर, हुबली, धारवाड़, बेंगलुरु इन राज्यों एवं शहरों में 23 अक्टूबर के दिन धनतेरस मनाया जायेगा,