Chines Garlic Danger Alert: चाइनीज लहसुन खाने वाले हो जाएं सावधान, हो सकते हैं कैंसर का शिकार
लहसुन (Photo Credits: Facebook)

बिना लहसुन के भारतीय खाना फीका होता है, हम भारतीय अपने खाने में लहसुन का इस्तेमाल करना कभी नहीं भूलते, इसके बिना खाने में कमी सी लगती है. बाजार में लहसुन के दाम कितने भी बढ़ जाए, उसके बाद भी हम लहसुन का इस्तेमाल बंद नहीं करते हैं. लहसुन खाने का जायका तो बढ़ाता ही है, साथ-साथ इसमें बहुत सारे औषधीय गुण भी पाए जाते हैं. इसका इस्तेमाल एंटीबायोटिक्स के रूप में भी किया जाता है. लेकिन जब आपको पता चले कि बाजार से जो आप चमकदार महंगे लहसुन, अपने खाने का जायका बढ़ाने के लिए खरीद रहे हैं, वो खतरनाक है और उससे आपको कैंसर होने का खतरा रहता है, तो आपको शायद बहुत बड़ा शॉक लगे. लेकिन यही सच है. मार्केट में मिलने वाले चाइनीज लहसुन से कैंसर का खतरा होता है.

हम भारतीय इम्पोर्टेड प्रोडक्ट्स और खाने के पदार्थों और फलों और सब्जियों की और तेजी से आकर्षित होते हैं. हमें लुभाने के लिए मॉल की रैक में सजाकर इन्हें रखा जाता है और इस चकाचौंध में फंसकर हम इनके महंगा होने पर भी खरीद लेते हैं, क्योंकि इनके लेबल स्वस्थ शरीर और अच्छे स्वास्थ्य का दावा करते हैं. चाइनीज लहसुन भी उन्ही पदार्थों में से एक है.

दिखते हैं भ्रामक: चाइनीज लहसुन चमकदार, एकदम सफेद और बेदाग दिखने के कारण लोग इसकी और आकर्षक हो रहे हैं. हाल के दिनों में चीनी लहसुन काफी लोकप्रिय हो गया है. चीन में वैश्विक स्तर पर बेचे जाने वाले लहसुन का 80 प्रतिशत उत्पादन होता है. चीन दो प्रकार के लहसुन का उत्पादन करता है जैविक (Organic) और अकार्बनिक (Inorganic) दोनों में कीटनाशक और ब्लीच भरे होते हैं, ताकि ये बिक्री योग्य हो.

रसायनों से सराबोर होते हैं चायनीज लहसुन: लहसुन पर रसायनों को छिड़कने के पीछे का कारण यह है कि इसे बाजार की अलमारियों पर रखने पर अंकुरित होने से रोका जा सके. लहसुन में प्राकृतिक रूप से काले धब्बे होते हैं, जिसके कारण लोग इसे नहीं खरीदते हैं. इसलिए इसे साफ़ और अधिक आकर्षक दिखाने के लिए इन पर ब्लीच किया जाता है. ताकि इन पर स्थित काले धब्बों को छिपाया जा सके. इस क्लोरिन से कैंसर होता है.

हानिकारक होते हैं चाइनीज लहसुन: अगर बाजार में आपको अत्यंत सफेद, बेदाग और बड़े लहसुन दिखाई देते हैं, इसका मतलब है कि उसे चीन से मंगाया गया है और ये स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक हैं.

चीनी कानून: चीनी कानून के अनुसार किसानों के लिए कीटनाशकों का छिड़काव करना अनिवार्य है, जिसमें मिथाइल ब्रोमाइड होता है. ऐसा इसलिए है क्योंकि मिथाइल ब्रोमाइड कीटों और पौधों के मामले से लड़ने में मदद करता है. इस तरह के रसायन से जानलेवा बीमारियां हो सकती हैं.

हानिकारक पर्यावरण: अध्ययनों के अनुसार चीनी लहसुन अनुपचारित मलजल (Untreated Sewage) में उगाया जाता है, इस पानी में सीसा और सल्फाइट हो सकते हैं. चूंकि खेती दुनिया भर में बड़े पैमाने पर निर्यात व्यवसाय है, इसलिए यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि चीनी लहसुन पर विकास अवरोधकों (Growth Inhibitors) डाला जाता है, ताकि ठन्डे तापमान में इसे संरक्षित किया जा सके.

ओवर स्टोरेज: पैसे बचाने के प्रयास में हम अक्सर लहसुन को बड़ी मात्रा में स्टोर करने की कोशिश करते हैं, ज्यादा लम्बे समय तक लहसुन स्टोर करके रखने से, लहसुन में मौजूद एलिसिन (Allicin) की मात्रा कम हो सकती है. एलिसिन ही वो यौगिक है जिसकी वजह से लहसुन स्वस्थ माना जाता है.

लहसुन खरीदते समय ध्यान रखने योग्य बातें:

  1. स्वाद: जब आप लहसुन खाते हैं और यह स्वाद में नरम और लाइट होता है, तो संभावना है कि यह चीनी लहसुन हो.
  2. वजन: यदि आप जो लहसुन खरीदते हैं वह हल्का, मुलायम और उभरा हुआ दिखाई दे तो हो सकता है कि इसे चीन से भेजा गया हो.
  3. जड़ें: चीनी आमतौर पर अपने लहसुन की जड़ों को हटाने के लिए जाते हैं. अगली बार जड़ों की जांच करें, जब आप एक सुपरमार्केट से लहसुन खरीद रहे हो.
  4. स्थानीय विक्रेता: होमग्रोन यानी स्थानीय रूप से उगाए गए लहसुन खरीदें, क्योंकि यह केमिकल फ्री और हमारे शरीर के लिए बेहतर है.

नोट- इस लेख में दी गई तमाम जानकारियों को सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है. इसकी वास्तविकता, सटीकता और विशिष्ट परिणाम की हम कोई गारंटी नहीं देते हैं.