Chanakya Niti: दिन-रात मेहनत के बाद भी नहीं टिक रहा पैसा, चाणक्य ने बताया आर्थिक तंगी का असली कारण

नई दिल्ली, 17 सितंबर : आज हर कोई किसी न किसी चीज के पीछे भाग रहा है. कोई नौकरी के पीछे, तो कोई कारोबार के पीछे, और सबसे ज्यादा पैसों के पीछे. दिन-रात मेहनत करने के बाद भी ज्यादातर लोग आर्थिक तंगी से परेशान हैं. वे कमाते तो खूब हैं, लेकिन पैसा टिकता नहीं है. इसका समाधान चाणक्य नीति (Chanakya Niti) में विस्तार से दिया गया है. दरअसल, चाणक्य, जो न केवल एक महान राजनीतिज्ञ थे, बल्कि एक बेहतरीन अर्थशास्त्री भी माने जाते हैं, उन्होंने ऐसे कई नियम बताए हैं, जो आज के समय में भी उतने ही प्रासंगिक हैं. चाणक्य नीति में आर्थिक सफलता को लेकर कुछ बेहद जरूरी बातें कही गई हैं, जो अगर सही ढंग से अपनाई जाएं, तो जीवन में धन की कमी कभी नहीं होगी.

उन्होंने मेहनत और बचत की समझ पर जोर दिया. चाणक्य कहते हैं कि मेहनत का कोई विकल्प नहीं होता. लेकिन, साथ ही यह भी जरूरी है कि जो पैसा आप कमा रहे हैं, उसका इस्तेमाल सोच-समझकर करें. बहुत से लोग दिन-रात काम करते हैं, लेकिन उन्हें ये समझ नहीं होती कि पैसा सिर्फ कमाने की चीज नहीं, उसे बचाना और सही समय पर सही जगह निवेश करना भी उतना ही जरूरी है. अगर आप पैसे को बिना सोचे खर्च कर देंगे, तो चाहे कितना भी कमा लें, हाथ खाली ही रहेंगे. इसलिए जरूरी है कि मेहनत के साथ-साथ पैसों को जमा करने की आदत भी डाली जाए. यह भी पढ़ें : Benefits of Curry Leaves: स्वाद ही नहीं, सेहत का भी खजाना है करी पत्ता, जानिए कैसे करता है शरीर की खतरनाक बीमारियों से रक्षा

उन्होंने आलस्य से दूरी बनाने पर भी जोर दिया है. चाणक्य ने साफ कहा है कि आलसी व्यक्ति न तो समय का सही उपयोग कर पाता है, न ही अवसरों को पहचान पाता है. जो लोग हर काम को कल के भरोसे छोड़ देते हैं, उन्हें न तो तरक्की मिलती है और न ही पैसा. ऐसे लोग धीरे-धीरे दूसरों पर निर्भर होने लगते हैं और फिर आर्थिक रूप से कमजोर हो जाते हैं. इसलिए अगर आप जीवन में आर्थिक मजबूती चाहते हैं, तो आलस को तुरंत छोड़ दें और हर काम को समय पर और लगन से करना शुरू करें.

बुरी आदतों से बचाव भी आर्थिक तंगी को दूर करने में मदद करता है. बहुत से लोग पैसा कमाते हैं, लेकिन उनकी कुछ आदतें उन्हें धीरे-धीरे कंगाल बना देती हैं. शराब, जुआ, झूठ और दिखावा, ये ऐसी आदतें हैं, जो आपकी मेहनत की कमाई को खींच लेती हैं. शुरुआत में शायद इनका असर नजर न आए, लेकिन वक्त के साथ ये इंसान को आर्थिक रूप से खोखला कर देती हैं. चाणक्य का कहना है कि अगर आप ईमानदारी, सादगी और संयम के साथ जीवन जिएं, तो धन की कमी कभी नहीं होगी.