Bhoot Chaturdashi Wishes 2021: भूत चतुर्दशी (Bhoot Chaturdashi), जिसे नरक चतुर्दशी (Narak Chaturdashi), काली चौदस (Kali Chaudas), रूप चौदस (Roop Chaudas), छोटी दिवाली (Chhoti Diwali), नरक निवारण चतुर्दशी (Narak Nivaran chaturdashi) के नाम से जाना जाता है, यह एक हिंदू त्योहार है, जो अश्विन के हिंदू कैलेंडर महीने में कृष्ण पक्ष के 14 वें दिन पड़ता है. यह दीपावली के पांच दिवसीय लंबे त्योहार का दूसरा दिन है. ऐसा माना जाता है कि इसी दिन नरकासुर राक्षस का वध कृष्ण, काली और सत्यभामा ने किया था. लोग इस दिन अपने घरों और कार्यालयों में व्यापक सफाई करते हैं. भूत चतुर्दशी यह पर्व पश्चिम बंगाल (West Bangal) में मनाया जाता है, जिसे भूत चतुर्दशी (Bhoot Chaturdashi) के नाम से जाना जाता है. भूत चतुर्दशी के नाम से पता चलता है कि यह पर्व भूत-प्रेत या आत्माओं से जुड़ा हुआ है. इसे अक्सर भारत के हैलोवीन के तौर पर जाना जाता है. चलिए जानते हैं भूत चतुर्दशी का महत्व और इससे जुड़ी रोचक बातें. यह भी पढ़ें: Rama Ekadashi 2021 Wishes: हैप्पी रमा एकादशी! प्रियजनों संग शेयर करें श्रीहरि के ये मनमोहक WhatsApp Stickers, Facebook Messages, Greetings, GIF Images और Wallpapers
मान्यता है कि भूत चतुर्दशी की रात बुरी शक्तियां अधिक प्रभावी होती हैं और अंधेरी रात में आत्माएं अपने प्रिय लोगों से मिलने के लिए आती हैं. कहा जाता है कि एक परिवार के 14 पूर्वज अपने जीवित रिश्तेदारों से मिलने के लिए पहुंचे. इन आत्माओं का मार्गदर्शन करने और बुरी आत्माओं को दूर रखने के लिए परिवार के लोग अपने घर के चारों ओर 14 दीये जलाते हैं. इस रात घर के हर कोने को रोशन किया जाता है. इसे अपने पूर्वजों की चौदह पीढ़ियों के सम्मान की परंपरा कहा जाता है. इस्न दिन लोग अपने प्रियजनों को ग्रीटिंग्स भेजकर भूत चतुर्दशी की शुभकामनाएं देते हैं.
भूत चतुर्दशी 2021
भूत चतुर्दशी 2021
भूत चतुर्दशी 2021
भूत चतुर्दशी 2021
भूत चतुर्दशी 2021
ऐसा कहा जाता है कि भूत चतुर्दशी की रात बुरी शक्तियां अधिक हावी होती हैं और इन बुरी शक्तियों को दूर रखने के लिए भूत चतुर्दशी का त्योहार मनाया जाता है. कई घरों में चौदह अलग-अलग तरह की पत्तेदार सब्जियों को पकाने और खाने की परंपरा है. इस दिन बच्चों को घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी जाती है.