Aaj Ka Panchang, 04 October 2024: आज 4 अक्टूबर, शुक्रवार के पंचांग से जानें राहुकाल, शुभ-अशुभ एवं सूर्योदय-सूर्यास्त काल की विशेष बातें!
हिंदू पंचांग को वैदिक पंचांग भी कहा जाता है. इस पंचांग के माध्यम से ही काल व समय की गणना की जाती है. इससे व्रत और पर्वों की मूल तिथि एवं समय का पता चलता है. पंचांग के जरिए ग्रहों एवं नक्षत्रों की सही स्थिति देखने के बाद किसी शुभ कार्य के लिए मुहूर्त काल की घोषणा की जाती है
हिंदू पंचांग को वैदिक पंचांग भी कहा जाता है. इस पंचांग के माध्यम से ही काल व समय की गणना की जाती है. इससे व्रत और पर्वों की मूल तिथि एवं समय का पता चलता है. पंचांग के जरिए ग्रहों एवं नक्षत्रों की सही स्थिति देखने के बाद किसी शुभ कार्य के लिए मुहूर्त काल की घोषणा की जाती है
आज 4 अक्टूबर 2024 शुक्रवार का दिन है. आश्विन मास शुक्ल पक्ष की द्वितीया (शारदीय नवरात्रि का दूसरा दिन) 05.31 AM (4 अक्टूबर) तक है, इस दिन माँ ब्रह्मचारिणी की पूजा-अर्चना की जाती है. सूर्य कन्या राशि में है. वैधृति योग 05.21 तक, उसके बाद विष्कुंभ योग लग जायेगा. करण बालव 04.16 PM तक, उसके बाद नाग 05.31 AM से तैतिल लग रहा है. आज का दिन बहुत ही शुभ फलदायक है. देखें आज का पंचांग... यह भी पढ़ें : Aaj Ka Panchang, 03 October 2024: नवरात्रि की प्रतिपदा और कलश स्थापना के साथ बेहद शुभ फलदायक दिन है! देखें आज का विस्तृत पंचांग!
04 अक्टूबर 2024 का शुभ मुहूर्त
आश्विन शुक्ल पक्ष की द्वितीया (नवरात्रि दूसरा दिन)
04 अक्टूबर 2024 को 09.46 AM से 12.05 PM तक, अगले दिन 5 अक्टूबर से चतुर्थी लग जाएगा.
आज का नक्षत्रः चित्रा- 06.38 PM तक उसके बाद स्वाति नक्षत्र लग जाएगा.
आज शरद नवरात्रि की द्वितीया को मां ब्रह्मचारिणी की पूजा-अर्चना होगी. नवरात्री उपवास का आज दूसरा दिन है.
04 अक्टूबर 2024 अशुभ मुहूर्त
राहुकालः 10.41 AM से 12.09 PM
यमगण्ड: 03.11 PM - 04.39 PM
कुलिकः 07.51 AM - 09.19 PM
दुर्मुहूर्तः 08.44 AM –09.31 PM
यमगंडः 03.11- PM 04.39 PM
सूर्योदय: 06.23 AM
सूर्यास्त: 06.07 PM
शारदीय नवरात्रि 2024 की द्वितीया के उपाय
शरद नवरात्रि की द्वितीया के दिन शुक्रवार पड़ रहा है. इस दिन माता लक्ष्मी की पूजा के तहत चांदी का सिक्का घर लाना लाभ का प्रतीक माना जाता है. इसके साथ ही नवरात्रि के दिनों में घर में तुलसी का पौधा लाकर लगाना भी लाभकारी होता है. मान्यता है कि माता तुलसी के सामने शुद्ध घी का दीपक जलाने से मां जगत जननी जगदंबा प्रसन्न होती हैं, उनकी विशिष्ठ कृपा से घर परिवार में सुख, शांति और समृद्धि आती है.
तिथि | नवरात्रि द्वितीया (04 अक्टूबर 05.31 AM तक, इसके बाद तृतीया लग जाएगी. |
पक्ष | शुक्ल |
वार | शुक्रवार |
नक्षत्र | चित्रा 03.32 PM से 06.38 PM तक |
योग | इंद्र योग 03.21 AM तक उसके बाद वैधृति योग |
राहुकाल | 10.47 PM - सुबह 12.15 PM |
सूर्योदय-सूर्यास्त | 06.16 AM - 06.03 PM |
चंद्रोदय-चंद्रास्त | 07.25 AM - 06.59 PM |
दिशा शूल | नहीं है |
चंद्रमा | तुला राशि में संचार करेंगे |
सूर्य राशि | कन्या राशि में है |
शुभ मुहूर्त, 04 अक्टूबर 2024
ब्रह्म मुहूर्त | 04.47 AM - 05.35 AM |
अभिजीत मुहूर्त | 11.51 AM से 12.38 PM |
गोधुलि बेला | 06.20 PM से 07:23 PM |
विजय मुहूर्त | 02.22 PM से- 03.23 PM |
अमृत काल | 11.55 AM - 01.43 PM |
निशिता काल मुहूर्त | 11.41 PM - 12.20 AM |