हरिद्वार: देश में चुनावी माहौल के बीच राम मंदिर निर्माण को लेकर सियासी गरमा-गर्मी तेज हो गई है. इसी कड़ी में रविवार को योग गुरु बाबा रामदेव ने बड़ा बयान दिया है. योग गुरु ने कहा कि राम मंदिर का निर्माण कोर्ट से नहीं बल्कि संसद से होगा. स्वामी रामदेव ने कहा कि राम मंदिर के निर्माण का रास्ता संसद से साफ होगा. हरिद्वार में शहरी निकाय के लिए हो रहे चुनाव में वोट डालने पहुंचे बाबा रामदेव ने मीडिया से कहा कि संसद पर राम मंदिर बनवाने के लिए दबाव डाला जा रहा है. योग गुरु ने चेतावनी भरे शब्दों में कहा कि यदि संसद और कोर्ट राम मंदिर नहीं बनाती है तो देश में विद्रोह हो सकता है.
इस दौरान योगगुरु ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सच्चा राम भक्त भी बताया. बता दें कि योग गुरु राम मंदिर निर्माण पर अक्सर बयान देते रहते हैं. इससे पहले भी उन्होंने वाराणसी में कहा था कि अगर राम मंदिर नहीं बना तो देश में साम्प्रदायिक माहौल खराब होगा और इससे सामाजिक वैमनस्य पैदा होगा.
बाबा रामदेव ने कहा था कि राम मंदिर के मसले पर अब अभी नहीं, तो कभी नहीं के कॉन्सेप्ट पर काम करना होगा. राम मंदिर की पैरवी करते हुए योग गुरु ने कहा था कि राम मंदिर का मुद्दा समझौते के दौर से निकल चुका है, अब संसद में कानून लाओ और मंदिर बनाओ के प्रावधान पर काम करना होगा. यह भी पढ़ें- RSS प्रमुख मोहन भागवत ने राम मंदिर निर्माण को लेकर दिया बड़ा बयान, ‘राम राज्य’ स्थापित करने पर दिया जोर
संविधान से बड़े भगवान
देश में राम मंदिर निर्माण पर बीजेपी के विधायक सुरेंद्र सिंह ने भी बड़ा बयान दिया था. उन्होंने कह संविधान से बड़ा भगवान होता है. भगवान राम का मंदिर जरूर बनना चाहिए. बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह ने शनिवार को राम मंदिर मुद्दे पर बोलते हुए कहा 'मोदी जी जैसा महान प्रधानमंत्री हो, वो भी हिंदुवादी और योगी जी जैसा महान हिंदुवादी नेता मुख्यमंत्री हो, उस समय भी भगवान राम टेंट में रहें इससे बड़ा दुर्भाग्य भारत और हिंदु समाज के लिए नहीं होने वाला. ऐसी परिस्थिति बनाई जानी चाहिए कि राम मंदिर अयोध्या में बने.'
सुरेंद्र सिंह ने आगे कहा 'राम मंदिर निर्माण को लेकर नया विधेयक लाकर...संविधान से बड़ा भगवान होता है. विधायक होते हुए भी हम स्पष्ट रूप से कह रहे हैं कि भगवान संविधान से परे की चीज हैं, आस्था की चीज हैं. उस पर तनिक भी विलंब नहीं होना चाहिए, भगवान राम का मंदिर बनना चाहिए.