उत्तरकाशी, 25 नवंबर: सिल्कयारा सुरंग में बचाव अभियान में बाधाएं आने के बाद यहां अधिकारियों ने उसमें फंसे हुए 41 श्रमिकों को तनाव कम करने के लिए मोबाइल फोन और बोर्ड गेम दिए हैं. एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी.
सिलक्यारा में धंसी निर्माणाधीन सुरंग में ‘ड्रिल’ करने में प्रयुक्त ऑगर मशीन के ब्लेड मलबे में फंसने से काम बाधित होने के बाद दूसरे विकल्पों पर विचार किया जा रहा है जिससे मजदूरों को सुरंग से निकालने में कई और हफ्ते लग सकते हैं.
एक अधिकारी ने बताया, “ मोबाइल फोन इसलिए दिए गए हैं ताकि श्रमिक वीडियो गेम खेल सकें. उन्हें लूडो और सांप-सीढ़ी जैसे बोर्ड गेम भी उपलब्ध कराए गए हैं.” उन्होंने बताया कि श्रमिकों को ताश के पत्ते नहीं दिए गए.
VIDEO | Union Minister of State and former Chief of Army Staff @Gen_VKSingh leaves from Silkyara tunnel site after taking stock of the rescue operation underway to rescue 41 trapped workers. pic.twitter.com/xnYWbzaJcj
— Press Trust of India (@PTI_News) November 25, 2023
एक अन्य अधिकारी ने कहा, “ ये खेल उन्हें उनका तनाव दूर करने में मदद करेंगे.'' शुक्रवार को लगभग पूरे दिन ‘ड्रिलिंग’ का काम बाधित रहा, हालांकि समस्या की गंभीरता का पता शनिवार को चला जब सुरंग मामलों के अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स ने संवाददाताओं को बताया कि ऑगर मशीन ‘‘खराब’’ हो गई है.
सुरंग के एक हिस्से के ढह जाने की वजह से पिछले 13 दिनों से उसमें 41 श्रमिक फंसे हैं. यह सुरंग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की महत्वाकांक्षी ‘चार धाम’ परियोजना का हिस्सा है.
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