नई दिल्ली, 16 अगस्त : वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा मंगलवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई में भारत की थोक महंगाई दर घटकर 13.93 फीसदी पर आ गई. थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) जून के महीने में बढ़कर 15.18 प्रतिशत हो गया था. जुलाई 2021 में डब्ल्यूपीआई 11.57 फीसदी पर था. मंत्रालय ने कहा कि जुलाई, 2022 में मुद्रास्फीति मुख्य रूप से पिछले महीने की तुलना में खनिज तेलों, खाद्य पदार्थो, कच्चे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, बुनियादी धातुओं, बिजली, रसायन और रासायनिक उत्पादों, खाद्य उत्पादों, आदि की कीमतों में वृद्धि का योगदान है.
मंत्रालय ने कहा कि प्राथमिक वस्तु समूह (भारांक 22.62 प्रतिशत) का सूचकांक जुलाई, 2022 में 2.69 प्रतिशत घटकर 177.5 (अनंतिम) हो गया, जो जून, 2022 के महीने के लिए 182.4 (अनंतिम) था. जून 2022 की तुलना में जुलाई में खनिजों की कीमतें (0.96 प्रतिशत) बढ़ीं. खाद्य पदार्थो (-2.56 प्रतिशत), गैर-खाद्य वस्तुओं (-2.61 प्रतिशत) और कच्चे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस (-5.05 प्रतिशत) की कीमतों में जून, 2022 की तुलना में जुलाई, 2022 में गिरावट आई. यह भी पढ़ें : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय सेना को सौंपे कई स्वदेशी हथियार
हालांकि, ईंधन और बिजली समूह का सूचकांक जुलाई, 2022 में बढ़कर 165.6 (अनंतिम) हो गया, जो जून, 2022 के महीने के लिए 155.4 (अनंतिम) था. खनिज तेल (7.95 प्रतिशत) और बिजली की कीमतें ( 6.38 प्रतिशत) जून, 2022 की तुलना में जुलाई, 2022 में बढ़ गईं.
विनिर्मित उत्पाद समूह का सूचकांक जुलाई, 2022 में 0.42 प्रतिशत घटकर 143.1 (अनंतिम) हो गया, जो जून, 2022 के महीने के लिए 143.7 (अनंतिम) था. प्राथमिक उत्पाद समूह से 'खाद्य पदार्थ' और निर्मित उत्पाद समूह से 'खाद्य उत्पाद' युक्त खाद्य सूचकांक जून, 2022 में 178.4 से घटकर जुलाई, 2022 में 174.4 हो गया है. डब्ल्यूपीआई खाद्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति की दर जून, 2022 में 12.41 प्रतिशत से घटकर जुलाई, 2022 में 9.41 प्रतिशत हो गई.