नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 सितंबर को दिल्ली के द्वारका में यशोभूमि नामक इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर राष्ट्र को समर्पित करेंगे. फिलहाल इस सेंटर का पहला फेज बनकर तैयार हुआ है. 11 हजार लोगों के बैठने की क्षमता वाले कन्वेंशन सेंटर को पूर्ण रूप से तैयार होने में मार्च 2025 तक का समय लगेगा.
8.9 लाख वर्ग मीटर से अधिक के परियोजना क्षेत्र और 1.8 लाख वर्ग मीटर से अधिक कंस्ट्रक्टेड एरिया में फैला यह दुनिया की सबसे बड़ी बैठकें, सम्मेलन और प्रदर्शनियां सुविधाओं में शुमार होगा.
यशोभूमि में कुल 15 कन्वेंशन हॉल और 13 मीटिंग हॉल हैं, जिनकी कुल क्षमता 11,000 प्रतिनिधियों की है. मुख्य सभागार और ग्रैंड बॉलरूम भी मौजूद है. साथ ही कन्वेंशन सेंटर में देश की सबसे बड़ी एलईडी लगाई जाएगी.
यशोभूमि जब पूर्ण रूप से बनकर तैयार हो जाएगा तो यह एशिया का सबसे बड़ा कन्वेंशन सेंटर हो जाएगा. जिसकी क्षमता दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित भरत मंडपम से दोगुना होगी.
#WATCH वीडियो यशोभूमि से है जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 सितंबर को दिल्ली के द्वारका में राष्ट्र को समर्पित करेंगे। pic.twitter.com/D5JpMLSKCl
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 16, 2023
यशोभूमि को तैयार करने में कुल लागत 25,703 करोड़ रुपये है. पहले चरण की लागत 5400 करोड़ रुपये है. पहले चरण में तैयार कन्वेंशन सेंटर, दो एग्जीबिशन हॉल, 13 कांफ्रेंस रूम तैयार किए गए हैं. इंडोर पार्किंग की क्षमता 28608 है.
यशोभूमि में दुनिया का सबसे बड़े प्रदर्शनी हॉल भी बना है. ये 1.07 लाख स्क्वायर मीटर है, जिसमें प्रदर्शनियां, व्यापार मेला, बिजनेस इवेंट आयोजित किए जा सकेंगे. यहां मीडिया रूम, वीवीआईपी लाउंजे, सूचना केन्द्र और टिकटिंग काउंटर भी होगा.
यशोभूमि में स्टेट ऑफ द आर्ट वेस्ट वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट है. इससे 100 फीसदी खऱाब पानी फिर से इस्तेमाल हो पाएगा. यहां रेन वॉटर हारवेस्टिंग का भी सिस्टम कार्यरत रहेगा. इसकी छतों पर सोलर पैनल्स लगे हैं. 8 फ्लोर वाले इस सेंटर में 13 मीटिंग रुम होगें.