भारत के शराब कारोबारी विजय माल्या (Vijay Mallya) के भारत लाए जाने की खबर पर विराम लग गया है. क्योंकि माल्या के भारत वापसी में थोड़ी देरी हो सकती है. वैसे विजय माल्या के प्रत्यर्पण को लेकर भारत पूरी कोशिश कर रहा है. इसी बीच खबर सामने आई थी कि विजय माल्या को किसी भी वक्त भारत लाया जा सकता है. माल्या के प्रत्यर्पण पर ब्रिटिश हाई कमीशन (British High Commission) ने कहा कि, विजय माल्या ने पिछले महीने प्रत्यर्पण के खिलाफ अपनी अपील खो दी, और ब्रिटेन के सर्वोच्च न्यायालय में अपील करने से इनकार कर दिया है. हालांकि, एक और कानूनी मुद्दा है जिसे उनके प्रत्यर्पण की व्यवस्था करने से पहले हल करने की आवश्यकता है.
ब्रिटिश हाई कमिशन ने कहा कि ब्रिटेन के कानून के तहत, कानूनी समस्या हल होने तक प्रत्यर्पण नहीं हो सकता है. यह मुद्दा गोपनीय है और हम किसी भी विवरण में नहीं जा सकते. हम अनुमान नहीं लगा सकते हैं कि इस मुद्दे को हल करने में कितना समय लगेगा. हम इससे जल्द से जल्द निपटने की कोशिश कर रहे हैं. बता दें कि ब्रिटेन की सर्वोच्च अदालत ने 14 मई को विजय माल्या की प्रत्यपर्ण न करने की अपील को ठुकरा दिया था.
ANI का ट्वीट:-
Under UK law, extradition can't take place until legal issue resolved.The issue is confidential & we can't go into any detail.We can't estimate how long this issue will take to resolve. We are seeking to deal with this as quickly as possible: British High Commission in India Spox https://t.co/g5KiuUqsRu
— ANI (@ANI) June 4, 2020
गौरतलब हो कि विजय माल्या पर देश के 17 बैंकों का नौ हजार करोड़ रुपये बकाया है. विजय माल्या दो मार्च, 2016 को भारत छोड़कर ब्रिटेन भाग गया था. उसके बाद से विजय माल्या ब्रिटेन में ही है. स्काटलैंड यार्ड ने 18 अप्रैल 2018 को उसके खिलाफ प्रत्यर्पण वारंट जारी किया था और तभी से वह जमानत पर चल रहा है. जिसके बाद भारतीय एजेंसियों ने ब्रिटेन की कोर्ट से माल्या के प्रत्यर्पण की अपील की और लंबी लड़ाई के बाद ब्रिटेन की अदालत ने 14 मई को माल्या के भारत प्रत्यर्पण की अपील पर मुहर लगा दी थी. वहीं ब्रिटेन में माल्या के लिए सारे कानूनी विकल्प समाप्त हो चुके हैं.