लंदनः भारत से अरबों रुपये लेकर फरार हुए उद्योगपति विजय माल्या (Vijay Mallya) के प्रत्यर्पण मामले पर फैसला सोमवार को ब्रिटेन (Britain) कोर्ट कर सकता है. वेस्टमिंस्टर कोर्ट में होने वाली सुनवाई के लिए रविवार को केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई (CBI) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की संयुक्त टीम ब्रिटेन रवाना हो गई है.
जानकारी के मुताबिक इस टीम का नेतृत्व सीबीआई के ज्वाइंट डायरेक्टर ए साई मनोहर को सौपा गया है. उम्मीद जताई जा रही है कि ब्रिटेन की कोर्ट कल माल्या के प्रत्यर्पण पर अपना फैसला सुना सकती है. भगोड़ा कारोबारी माल्या के प्रत्यर्पण के लिए भारत के विशेष अनुरोध पर ब्रिटेन की वेस्टमिंस्टर कोर्ट में यह मामला चल रहा है. इससे पहले सीबीआई के विशेष निदेशक राकेश अस्थाना पहले इस केस का नेतृत्व कर रहे थे.
A joint team of CBI and ED led by CBI Joint Director A Sai Manohar has left for UK for court proceedings there on India’s request seeking extradition of Vijay Mallya. Court is expected to pronounce its judgment on Monday. Earlier Rakesh Asthana was leading this case. pic.twitter.com/3lh0EafiSN
— ANI (@ANI) December 9, 2018
साल 2017 के अंत में भारत ने माल्या के खिलाफ प्रत्यर्पण की कानूनी कार्यवाही शुरू की थी और मामले में अंतिम फैसला लंबित है. विजय माल्या वर्तमान में लंदन में जमानत पर है.
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इससे पहले बैंकों का पैसा लौटाने के लिए भगोड़ा शराब कारोबारी विजय माल्या गिड़गिड़ा चूका है. माल्या बैंकों का पैसा लौटाने को तैयार हो गया है. माल्या ने ट्वीट कर कहा कि बेजोड़ एयरलाइंस किंगफिशर का दुखद अंत हुआ. इसके बावजूद मैं भारतीय बैंकों को भुगतान करना चाहता हूं, ताकि उन्हें कोई घाटा न सहना पड़े. माल्या ने लिखा है कि प्लीज ऑफर स्वीकार कीजिए. उसने बैंकों का 100 फीसदी मूलधन वापस करने का प्रस्ताव दिया है.
With respect where have I defrauded Banks ? I did not borrow a single rupee. The borrower was Kingfisher Airlines. Money was lost due to a genuine and sad business failure. Being held as guarantor is not fraud. https://t.co/CygZODV5Xv
— Vijay Mallya (@TheVijayMallya) December 6, 2018
गौरतलब है कि माल्या दो मार्च, 2016 को भारत छोड़कर चला गया. माल्या फिलहाल लंदन में है जहां एक अदालत ने भारत द्वारा दायर उसके प्रत्यर्पण के मामले की सुनवाई खत्म की है और अपना फैसला 10 दिसम्बर के लिए सुरक्षित रखा है. उस पर 9,000 करोड़ रुपये का कर्ज लेकर बैंकों को धोखा देने का आरोप है. भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के नेतृत्व में 17 बैंकों के एक संघ ने एक दशक से अधिक समय से माल्या के किंगफिशर एयरलाइंस को 5,500 करोड़ रुपये का ऋण दिया था जो कि अब बंद हो चुका है. यह भी पढ़ें- विजय माल्या को फिर लगा कोर्ट से बड़ा झटका, बॉम्बे HC ने भगोड़ा घोषित करने के खिलाफ खारिज की याचिका