Gaganyaan Mission 2023: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) अगले साल अपने एस्ट्रोनॉट्स को गगनयान (Gaganyaan) मिशन के जरिए अंतरिक्ष में भेजना चाहता है. तैयारी भी जोरशोर से चल रही है. इसरो ने आईपीआरसी, महेंद्रगिरि में गगनयान सर्विस मॉड्यूल प्रोपल्शन सिस्टम (एसएमपीएस) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया, जो ऑर्बिटल मॉड्यूल की आवश्यकताओं को पूरा करता है. हॉट टेस्ट एसएमपीएस के अंतिम कॉन्फ़िगरेशन में आयोजित किया गया था. Chandrayaan-3 Mission Update: चंद्रयान-3 का चौथा ऑर्बिट बदला गया, ISRO ने शेयर किया लेटेस्ट अपडेट
भारत अंतरिक्ष में अपना पहला मानव मिशन गगनयान इसी साल लॉन्च कर सकता है. इसे लेकर हर स्तर पर बारीकी से परीक्षण किए जा रहे हैं. केंद्र सरकार ने पिछले साल ही गगनयान प्रोजेक्ट के लिए 10 हजार करोड़ रुपए जारी किए थे. यह भारत का इकलौता अंतरिक्ष मिशन है. गगनयान स्पेस फ्लाइट मिशन के तहत अंतरिक्ष यात्रियों को स्पेस में भेजा जाएगा. गगनयान मिशन के तहत ISRO अंतरिक्षयात्रियों को पृथ्वी से 400 किमी ऊपर अंतरिक्ष में यात्रा कराएगा. इस मिशन के लिए ISRO ने भारतीय वायुसेना से अंतरिक्षयात्री चुनने के लिए कहा था.
इसरो के महत्वाकांक्षी मिशनों में गगनयान का नाम भी शामिल है. यह भारत का पहला मानव मिशन होगा. दरअसल गगनयान तीन अंतरिक्ष मिशनों का एक ग्रुप है, इसमें दो अभियान मानव रहित होते हैं और एक मानव मिशन है. इसरो तेजी से इस काम में जुटा हुआ है.
ISRO successfully tested the Gaganyaan Service Module Propulsion System (SMPS) – which caters to the requirements of the Orbital Module – at IPRC, Mahendragiri.
The hot test was conducted in SMPS’s final configuration. https://t.co/yO0O1I77p2 pic.twitter.com/0Wn4KzGfTU
— ISRO (@isro) July 20, 2023
इस मिशन में तीन अंतरिक्ष यात्री भेजे जाएंगे जिसमें एक महिला और दो पुरुष होंगे. गगनयान धरती से 300 से 400 किमी की ऊंचाई पर लो अर्थ ऑर्बिट में धरती का चक्का लगाएगा. इसकी लांच के साथ ही भारत चीन, रूस और अमेरिका जैसे देशों की फेहरिस्त में शामिल हो जाएगा जो अंतरिक्ष में पहले ही मानव मिशन सफलतापूर्वक कर चुके हैं.