उत्तराखंड: उत्तरकाशी स्थित सिल्क्यारा टनल में 17 दिनों से फंसे 41 मजदूरों को सही सलामत बाहर निकाल लिया गया है. अब सवाल उठ रहा है कि इस सुरंग का काम आगे होगा या रुक जाएगा?केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह ने इसका जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि सुरंग का काम पूरा होगा. इसे ऐसे छोड़ के पीछे नहीं हट सकते हैं.
वीके सिंह ने कहा कि जो सुरंग निर्माण में जो दिक्कत थी वो खत्म हो गई. अब आगे के प्लान पर काम होगा और स्थिति के अनुसार सुरंग निर्माण का काम शुरू होगा. उन्होंने कहा कि यह एक अलग तरह की चुनौती थी. पीएम मोदी खुद हर चीज की डिटेल ले रहे थे. वीके सिंह का कहना है कि फिलहाल सिल्क्यारा सुरंग का काम रोका नहीं जाएगा. इसे पूरा करना है होगा. सुरंग में फंसे मजदूरों तक कैसे पहुंचे रैट माइनर्स
12 नवंबर 2023 को दीपावली के दिन सिल्क्यारा की निर्माणाधीन सुरंग में भुस्खलन होने के कारण मलबा टलन में भर गया था. जिसके चलते अंदर काम कर रहे 41 मजदूर उसमें फंस गए थे. 17 दिनों तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सभी मजदूरों को सुरक्षित बाहर लिया गया है. इन 41 मजदूरों में 15 झारखंड, 8 उत्तर प्रदेश, पांच-पांच बिहार और ओडिशा से, तीन पश्चिम बंगाल से, दो-दो असम और उत्तराखंड से थे. एक श्रमिक हिमाचल प्रदेश से था. रेस्क्यू के बाद सभी मजदूरों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लाया गया, जहां उनका मेडिकल टेस्ट कराया गया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी टनल में चलाए जा रहे रेस्क्यू ऑपरेशन को लाइव देख रहे थे. पीएम के साथ पूरे कैबिनेट ने रेस्क्यू ऑपरेशन का लाइव टेलीकास्ट देखा. जैसे ही टनल में फंसे श्रमिक बाहर आना शुरू हुए तो पीएम बहुत भावुक हो गए.