देहरादून: उत्तराखंड (Uttarakhand) के जंगलों में भीषण आग (Forest Fire) व तबाही की कुछ फर्जी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. अफवाहों पर विराम लगाने के लिए उत्तराखंड के प्रधान मुख्य वन संरक्षक, जय राज (Jai Raj) ने गुरुवार को कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर लोग उत्तराखंड के जंगल की आग से जुड़ी भ्रामक जानकारियां फैला रहे हैं. अधिकारी ने दावा किया कि पेड़ों की जलती हुई तस्वीरें उत्तराखंड की नहीं हैं. क्योंकि पहाड़ी राज्य में ऐसी आग नहीं लगती है.
वरिष्ठ अधिकारी जय राज ने कहा कि उत्तराखंड के जंगल में लगने वाली आग घास और झाड़ियों को प्रभावित करती है. मानसून में सब कुछ सामान्य हो जाता है. अब तक आग ने 111 हेक्टेयर क्षेत्र को प्रभावित किया है. जबकि 3 लाख रुपये का नुकसान हुआ है. हम अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाएंगे. Uttarakhand Forest Fire: उत्तराखंड के जंगल में भीषण आग की फर्जी खबर फैलाने में विदेशी शामिल
Such fires don't occur in Uttarakhand. Here forest fires remain confined to ground, affecting grass&bushes. In monsoon,everything goes back to normal. So far,fire has affected 111 hectares,causing loss of Rs 3 Lakhs. We'll file Police complaint against such rumours: Jai Raj(27.5) https://t.co/MC0MOBXedV
— ANI (@ANI) May 28, 2020
उन्होंने आगे कहा कि उत्तराखंड में ऐसी आग नहीं लगती है. यहां जंगल की आग जमीन तक सीमित रहती है, घास और झाड़ियों को प्रभावित करती है. हमारी वेबसाइट नियमित रूप से जंगल की आग के बारे में जानकारी अपडेट करती है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रही आग की तस्वीरें कनाडा, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में लगने वाली जंगल की आग की तरह है.
फर्जी तस्वीरें-
#UttarakhandForestFire 46 Wildfires & Over Half The Wildlife Species In Danger: Uttarakhand Has Been Burning For 4 Days pic.twitter.com/SzsGEy7t7K
— AnI (@1_AM_AB) May 26, 2020
गौरतलब है कि जंगल में आग लगने की कुछ भयानक तस्वीरें सोशल मीडिया पर उत्तराखंड के नाम से वायरल की जा रही हैं. जांच में पता चला है कि ये तस्वीरें कई साल पुरानी हैं और विदेश की है. इस फजीर्वाड़े में कुछ विदेशियों के भी शामिल होने की आशंका जताई जा रही है. राज्य पुलिस ने अफवाह फैलाने वालों को पकड़ने के लिए कई टीमें भी बनाई है.