देहरादून: जम्मू-कश्मीर (Jammu And Kashmir) के गुलमर्ग (Gulmarg) में तैनात भारतीय सेना (Indian Army) के लापता जवान राजेंद्र सिंह नेगी (Rajendra Singh Negi) की खोज के लिए एक ओर जहां कांग्रेस ने राष्ट्रपति से गुहार लगाई है तो वहीं शनिवार को उत्तराखंड (Uttarakhand) के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत (Trivendra Singh Rawat) ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) से मुलाकात की. इस मुलाकात के दौरान उन्होंने राजनाथ सिंह से सेना के लापता जवान की खोज के लिए किए जा रहे प्रयासों को तेज करने की अपील की. बताया जाता है कि जम्मू-कश्मीर में भारत-पाकिस्तान सीमा के पास पेट्रोलिंग के दौरान जवान राजेंद्र सिंह नेगी लापता हो गए थे, जिनका अब तक कोई पता नहीं चल पाया है. हालांकि उन्हें खोजने की कोशिशें जारी हैं, लेकिन अभी तक इसमें सफलता नहीं मिल पाई है.
वहीं राष्ट्रीय युवा कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली में पूर्व रक्षामंत्री एके एंटनी से मुलाकात की. कांग्रेस ने जिलाधिकारी के जरिए राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर यह बताया कि जवान राजेंद्र सिंह नेगी बीते 8 जनवरी से लापता हैं और उन्हें खोजने के लिए तत्परता दिखाई जाए.
राजनाथ सिंह से मिले त्रिवेंद्र सिंह रावत-
Uttarakhand CM Trivendra Singh Rawat today called on Defence Minister Rajnath Singh and urged him to intensify efforts to find out Army soldier Rajendra Singh Negi who went missing while patrolling at India-Pakistan border in J&K. pic.twitter.com/MkXjuEIcJP
— ANI (@ANI) January 18, 2020
रिपोर्ट्स के अनुसार, गढ़वाल राइफल्स के जवान राजेंद्र सिंह नेगी उत्तराखंड के चमोली के रहने वाले हैं. वो कश्मीर के गुलमर्ग में कार्यरत थे. बीते 8 जनवरी को भारी बर्फबारी के बीच जब जवान राजेंद्र सिंह नेगी बॉर्डर के पास पेट्रोलिंग के लिए गए थे तो वापस लौटकर नहीं आए. ऐसे में यह संदेह जताया जा रहा है कि बॉर्डर के पास पेट्रोलिंग करते समय कहीं वो फिसलकर बॉर्डर पार पाकिस्तान तो नहीं चले गए. यह भी पढ़ें: जम्मू-कश्मीर: भारी बर्फबारी के चलते कई क्षेत्रों में हिमस्खलन, 3 सैनिक शहीद; एक लापता
गौरतलब है कि लापता जवान के पिता रतन सिंह नेगी और भाई कुंदन सिंह ने केंद्र सरकार और रक्षा मंत्री से विंग कमांडर अभिनंदन बर्थमान की तर्ज पर तलाशी अभियान को तेज करने की मांग की है . पिछले 10 दिनों से लापता जवान के परिवार वाले अपने बेटे का हाल जानने के लिए बेताब हैं. हालांकि जवान की खोज में तलाशी अभियान जोरों पर है.