उत्तराखंड (Uttarakhand ) में बाढ़ और बारिश का कहर जारी है. इस तबाही की वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. वहीं उत्तरकाशी (Uttarkashi) में बादल फटने के कारण हुए हादसे में कई लोगों की मौत हो गई है, जिसके बाद बचाव कार्य और राहत की सामग्री पहुंचाने के लिए हेलिकॉप्टर की मदद ली जा रही है. इसी दौरान राहत सामग्री लेकर जा रहा एक हेलिकॉप्टर बुधवार को क्रैश हो गया. इस हादसे में हेलिकॉप्टर में सवार तीन लोगों की मौत हो गई. हेलिकॉप्टर में पायलट राजपाल, को-पायलट के. लाल और एक स्थानीय नागरिक रमेश सावर थे. वहीं सूबे की सरकार ने मृतकों के परिजनों को 15 लाख मुवाजा देने का ऐलान किया है.
उत्तरकाशी के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि हेलीकॉप्टर में तीन व्यक्ति सवार थे और वह प्रभावित लोगों के बीच राहत सामग्री वितरित कर वापस लौट रहा था. उन्होंने कहा कि हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त होने के समय उसमें केवल चालक दल के सदस्य ही थे खबरों के मुताबिक राहत सामग्री लेकर जा रहा यह हेलिकॉप्टर बिजली के तारों में उलझ गया और फिर क्रैश हो गया. हादसे की सूचना पाकर मौके पर कई अधिकारी पहुंचे हैं. हेलीकॉप्टरों के माध्यम से खाने के पैकेट, कंबल, दवाइयां और पीने का स्वच्छ पानी आपदाग्रस्त क्षेत्रों में पहुंचाया जा रहा है.
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State Disaster Response Force (SDRF) issues correction: Three people who were on-board the helicopter include Captain Lal, Co-pilot Shailesh & a local person Rajpal.#Uttarakhand https://t.co/iN036mD0Fh
— ANI (@ANI) August 21, 2019
बता दें कि उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के मोरी ब्लॉक में दो दिन पहले बादल फटने और भूस्खलन से मची तबाही वाले क्षेत्रों में बचाव और राहत कार्य जारी रहा. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया था. 18 अगस्त को तड़के बादल फटने और भूस्खलन की घटनाओं में आराकोट, माकुडी, मोल्डा, सनेल, टिकोची और द्विचाणु में कई मकान ढह गये थे.