नई दिल्ली: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने हाल ही में हुए पंचायत चुनावों के दौरान ड्यूटी पर तैनात शिक्षकों और कार्यकर्ताओं की मौत को लेकर उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. प्रियंका गांधी, जो उत्तर प्रदेश कांग्रेस की प्रभारी भी हैं, उन्होंने ट्वीट कर कहा, "उत्तर प्रदेश के शिक्षकों द्वारा जारी पंचायत चुनाव के दौरान अपनी ड्यूटी करते हुए मरने वाले 1,621 शिक्षकों की सूची को नकारते हुए. असंवेदनशील यूपी सरकार कह रही है कि मरने वाले शिक्षकों की संख्या केवल तीन थी. शिक्षकों को जीवित रहते हुए उचित सुरक्षा उपकरण और उपचार नहीं मिला और अब सरकार मृत्यु के बाद उनका सम्मान भी छीन रही है."
प्रियंका का बयान एक शिक्षक निकाय द्वारा दावा किए जाने के एक दिन बाद आया कि अप्रैल के पहले सप्ताह से उत्तर प्रदेश में बेसिक शिक्षा विभाग के 1,600 से अधिक शिक्षकों और कर्मचारियों की कोविड -19 से मृत्यु हो गई थी और उनमें से 90 प्रतिशत पंचायत चुनाव ड्यूटी पर थे. यह भी पढ़े: UP में पंचायत चुनाव की ड्यूटी के दौरान 1621 शिक्षकों की मौत का दावा, योगी सरकार बोली सिर्फ 3 की गई जान- गरमाई सियासत
उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष दिनेश चंद्र शर्मा द्वारा जारी बयान के अनुसार, "अप्रैल के पहले सप्ताह से 16 मई के बीच बेसिक शिक्षा विभाग के 1,621 शिक्षकों और कर्मचारियों की मृत्यु हुई. उन्होंने कहा, "इन 1,621 मौतों में से 90 प्रतिशत से अधिक शिक्षक पंचायत चुनाव ड्यूटी पर थे.
इससे पहले भी प्रियंका गांधी ने उग्र कोविड -19 महामारी के बीच उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव कराने के लिए भाजपा सरकार पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि राज्य में जो हो रहा है वह 'मानवता के खिलाफ अपराध' से कम नहीं है और राज्य चुनाव आयोग (एसईसी) सिर्फ साथ खेल रहा है.