लखनऊ : लखनऊ (Lucknow) पुलिस ने एक 14 वर्षीय लड़के को उठा लिया और नाबालिग द्वारा ई-रिक्शा (E-Rickshaw) चुराने का आरोप स्वीकार नहीं करने पर उसे थर्ड डिग्री टार्चर दिया. एसएसपी लखनऊ कलानिधि नैथानी ने सर्कल ऑफिसर तनु उपाध्याय से पुलिसकर्मियों पर लगे आरोपों की जांच करने को कहा है.
रिपोर्टों के मुताबिक, अमरेश गौतम का ई-रिक्शा चोरी होने के बाद लड़के मनीष को तेलीबाग पुलिस ने पकड़ लिया था. मनीष कभी-कभार अपनी जरूरते पूरी करने के लिए रिक्शा चलाता था. उसके पिता एक दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम करते हैं.
Lucknow: 14-yr-old boy apprehended on suspicion of theft allegedly tortured in police custody y'day; SP North, Sukirti Madhav, says, "a man had accused the boy of stealing his e-rickshaw that the latter used to drive for him. The case will become clear after medical tests" pic.twitter.com/aabi2OvCyT
— ANI UP (@ANINewsUP) June 29, 2019
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अमरेश गौतम द्वारा उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के बाद गुरुवार को मनीष को तेलीबाग चौकी ले जाया गया. उसे पीटा गया और पुलिस ने उसे यातना दी और चोरी स्वीकरा करने के लिए कहा. पुलिस ने उसके पैरों को जूते से कुचला.
मनीष के परिवार ने तब एक सामाजिक कार्यकर्ता से संपर्क किया, जो शुक्रवार रात माता-पिता और पीड़ित को एसएसपी से मिलाने के लिए ले गया. लड़के की चिकित्सकीय जांच में पैरों पर सूजन और चोटों की पुष्टि हुई है. एसएसपी ने परिवार को आश्वासन दिया है कि जो भी जिम्मेदार पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.