गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर (Gorakhpur) शहर के एक होटल में पुलिस की छापेमारी के बाद कानपुर के एक व्यापारी की मौत हो गई. इसके बाद गोरखपुर के छह पुलिसकर्मियों को मंगलवार को सस्पेंड कर दिया गया. गोरखपुर पुलिस पर आरोप है कि उसने एक होटल में रुके तीन व्यक्तियों से वसूली के लिए उनके कमरे में छापा मारा और मारपीट की, जिससे एक शख्स की मौत हो गई. इस मामले में 6 पुलिस वाले सस्पेंड किये गए हैं. हालांकि गोरखपुर एसएसपी विपिन ताडा ने इसे एक हादसा बताया. UP: अलीगढ़ के गोंडा इलाके में मृत मिली 4 साल की लापता बच्ची, परिवार ने लगाया यौन उत्पीड़न का आरोप.
गोरखपुर पुलिस ने कहा कि 36 वर्षीय मनीष गुप्ता के रूप में पहचाने जाने वाला व्यक्ति नियमित पुलिस जांच के दौरान फिसल गया और घायल हो गया. हालांकि, गुप्ता के दोस्तों में से एक हरदीप सिंह चौहान, जो उसके साथ होटल में रह रहा था उसने आरोप लगाया कि पुलिस ने गुप्ता की बेरहमी से पिटाई की.
रिपोर्ट के अनुसार गोरखपुर घूमने आए तीन युवक मनीष, प्रदीप और अरविंद रामगढ़ ताल इलाके के कृष्णा पैलेस होटल में सोमवार सुबह आठ बजे आए थे. सोमवार रात करीब साढ़े 12 बजे कई पुलिस वाले उनके कमरे में पहुंचे और उनकी आईडी चेक करने के बाद उनके सामान की तलाशी लेने लगे.
साथ आए दोस्तों ने बताया कि आधी रात को चेकिंग के नाम पर कमरे में घुसी पुलिस ने उसकी पिटाई की है. वहीं एसएसपी का कहना है कि हड़बड़ी में गिरने से चोट लगी और मौत हो गई. व्यापारी की मौत के आरोप में घिरे इंस्पेक्टर जे एन सिंह, चौकी इंचार्ज अक्षय मिश्र और चार सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया है.
गोरखपुर एसएसपी विपिन ताडा ने कहा, "एक नियमित जांच अभियान के दौरान पुलिस ने पाया कि ये तीन लोग जो एक ग्रुप में थे अलग-अलग जगहों से थे, लेकिन होटल में एक साथ रह रहे थे... इसलिए, संदेह के आधार पर उनकी जांच की गई.
उन्होंने कहा, पुलिस चेकिंग से हुई हड़बड़ी में एक व्यक्ति फिसल कर घायल हो गया. घायल को बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई. यह एक दुर्घटना थी. एसएसपी ने पूरे प्रकरण की किया जांच पुलिस अधीक्षक उत्तरी को सौंपी है. मरने वाले युवक की पत्नी पुलिस वालों पर हत्या का मुकदमा करने की मांग कर रही है.