लखनऊ: भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने अपने लाखों यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को और बेहतर बनाने के लिए तमाम कदम उठाये है. इसी के तहत आम बजट (Budget 2021) में रेलवे के लिए केंद्र सरकार ने रिकॉर्ड 1.10 लाख करोड़ रुपये की घोषणा की है. जबकि भारतीय रेलवे ने भारत-2030 के लिए एक राष्ट्रीय रेल योजना (एनआरपी) भी तैयार की है. Indian Railways ने कर दिखाया एक और कारनामा, 5 इंजन और 295 बोगियों के साथ दौड़ाई 3.5 किमी लंबी ‘वासुकी’ ट्रेन- VIDEO
यात्री और गुड्स ट्रेनों को गति देने के लिए भारतीय रेलवे तेजी से इलेक्ट्रिफिकेशन का काम कर रहा है. इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के फाफा मऊ से प्रतापगढ़, चिलबिला से सुल्तानपुर व जंघई से जफराबाद रेल मार्गों का इलेक्ट्रिफिकेशन का काम पूरा कर लिया गया है. इससे वाराणसी-प्रयागराज और वाराणसी-सुल्तानपुर रेल मार्गों के बीच में और बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी. परिणामस्वरूप पूर्वांचल के इन रूटों पर सफर आसान होगा.
भारतीय रेल द्वारा विद्युतीकरण के कार्य में तेजी लाते हुए, उत्तर प्रदेश के फाफा मऊ से प्रतापगढ़, चिलबिला से सुल्तानपुर, व जंघई से जफराबाद रेल मार्गों का विद्युतीकरण किया गया।
इससे वाराणसी - प्रयागराज, एवं वाराणसी - सुल्तानपुर रेल मार्गों के बीच में और बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी। pic.twitter.com/6fMAkku1Yx
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) February 3, 2021
केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बीते साल जुलाई महीने में कहा था कि रेलवे अपने पूरे नेटवर्क के इलेक्ट्रिफिकेशन की ओर तेजी से बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि अभी 55 फीसदी रेल का नेटवर्क बिजली चालित है और तीन साल में 100 प्रतिशत विद्युत चालित रेल नेटवर्क हो जाएगा. बनारस रेल कारखाने में महज एक महीने में बने 40 इंजन, बना नया रिकॉर्ड
इसके अलावा रेल मंत्री ने यह भी बताया कि सौ फीसदी इलेक्ट्रिफाइड रेल नेटवर्क बनाने के क्रम में 120,000 किलोमीटर का ट्रैक होगा. रेल मंत्री ने उम्मीद जताई कि 2030 तक भारत दुनिया का सबसे बड़ा ग्रीन रेलवे होगा. इसके साथ ही यह दुनिया का सबसे बड़ा रेल नेटवर्क बन जाएगा.