Indian Railways ने कर दिखाया एक और कारनामा, 5 इंजन और 295 बोगियों के साथ दौड़ाई 3.5 किमी लंबी ‘वासुकी’ ट्रेन- VIDEO
इंडियन रेलवें (Photo Credits: Wikimedia Commons)

नई दिल्ली: भारतीय रेल (Indian Railways) ने एक और नया कीर्तिमान बनाते हुए एसईसीआर (South East Central Railway) में पहली बार पांच रेक जोड़कर 3.5 किमी लंबी वासुकी ट्रेन (Vasuki Train) का परिचालन किया. इस कदम से एक पाथ पर अधिक ट्रेनें चलाई जाने से मालढुलाई के क्षेत्र में बड़ा परिवर्तन लाते हुए कम समय में अधिक औद्योगिक उत्पादों को पहुंचाना सुनिश्चित हो रहा है. इससे पहले भारतीय रेलवे ने 2.8 किमी सबसे लंबी ट्रेन 'शेषनाग' बनाने का रिकॉर्ड बनाया था.

भारतीय रेलवे ने वासुकी ट्रेन का एक विडियो भी जारी किया है. 295 बोगियों वाली यह न केवल सबसे लंबी मालगाड़ी है, बल्कि भारतीय रेल द्वारा संचालित होने वाली अब तक की सबसे लंबी ट्रेन भी है. साढ़े तीन किलोमीटर लंबी इस मालगाड़ी को पांच इंजन खींच रहे थे. सभी इंजनों में बेहतर सामंजस्य के लिए इलेक्ट्रॉनिक सिग्नल का इस्तेमाल किया गया था. 295 बोगियों को सही से खींचने के लिए सभी इंजन इलेक्ट्रॉनिक सिग्नल से एक दुसरे से जुड़े हुए थे. Sheshnag: Indian Railway का एक और कारनामा, चलाई इतनी लंबी ट्रेन की दुनिया देखती रह गई

वर्तमान स्थिति में बदलाव लाने वाले एक घटनाक्रम में मालगाडि़यों ने ईस्‍टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के हाल में आरंभ न्यू खुर्जा- न्यू भाउपुर खंड पर 90 किमी प्रति घंटे से ऊपर की स्‍पीड प्राप्त करना शुरू कर दिया है. तेज स्‍पीड के परिणामस्‍वरूप वस्‍तुओं को तेजी से पहुंचाया जा सकेगा और माल ढुलाई लागत को कम किया जा सकेगा. इस बात पर गौर किया जा सकता है कि प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने बीते 29 दिसंबर को ईस्‍टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के 351 किलोमीटर लम्‍बे न्‍यू खुर्जा-न्‍यू भाउपुर खंड का उद्घाटन किया था. 3 जनवरी तक इस नए खंड पर अब तक 53 मालगाड़ियों का परिचालन किया जा चुका है.

उल्लेखनीय है कि रेल द्वारा माल ढुलाई को आकर्षक बनाने के लिए भारतीय रेलवे कई रियायतें व छूट दे रहा है. ध्यान देने योग्य है कि माल ढुलाई परिवहन में सुधार को संस्थागत रूप दिया जाएगा और इसे आगामी शून्य आधारित टाइम टेबल में शामिल किया जाएगा. भारतीय रेलवे द्वारा कोविड-19 का उपयोग, सभी प्रकार की दक्षता और प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए किया गया है.