नई दिल्ली/लखनऊ, 24 फरवरी : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) कांग्रेस के महासचिव ब्रह्म स्वरूप सागर (Brahma Swaroop Sagar) ने मंगलवार को पार्टी में समूहवाद और अनुशासनहीनता का आरोप लगाते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया. सागर, जिन्हें महत्वपूर्ण संगठनात्मक जिम्मेदारी दी गई थी, उन्होंने उसी दिन पार्टी छोड़ दी, जब कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने मथुरा में एक 'किसान पंचायत' में भाग लिया. सागर पहले बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में थे और 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में शामिल हो गए थे. हालांकि वे इन चुनावों में हार गए, लेकिन इसके बावजूद सागर को पार्टी में महत्वपूर्ण काम सौंपा गया था.
कांग्रेस के लोकसभा उम्मीदवार कैसर जहां, रमाकांत यादव, सावित्रीबाई फुले जैसे कुछ ऐसे नेता हैं, जो हाल ही में कांग्रेस पार्टी छोड़कर अन्य संगठनों में शामिल हुए हैं. 19 फरवरी को वरिष्ठ नेताओं का एक समूह समाजवादी पार्टी (सपा) में शामिल हुआ था, जिसमें दो पूर्व मंत्री आर. के. चौधरी (लखनऊ) और जय नारायण तिवारी (सुल्तानपुर) शामिल हैं. इन दिग्गज नेताओं ने सपा में शामिल होने के लिए पार्टी छोड़ दी. यह भी पढ़ें :Delhi: दक्षिण दिल्ली में पुलिसकर्मियों ने व्यक्ति की पिटायी की, वीडियो वायरल
चौधरी कांग्रेस में शामिल होने से पहले बहुजन समाज पार्टी सरकार में कैबिनेट मंत्री थे. तिवारी कल्याण सिंह सरकार में मंत्री थे.
पत्रकारों से बात करते हुए, पूर्व मंत्रियों ने कहा कि कांग्रेस 'दिशाहीन' और 'भ्रमित' हो गई है और वे पार्टी में 'घुटन' महसूस कर रहे थे.