प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Pixabay)
बहराइच, 9 जनवरी : नेपाल सीमा पर अब्दुल्ला गंज वन क्षेत्र में बाघ के हमले से 12 साल की बच्ची की मौत हो गई. वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, चेनैनी गांव निवासी परशुराम यादव की बेटी सीमा यादव शनिवार को अपनी बकरियों को घने जंगल में चराने के लिए ले गई थी, तभी बाघ ने उस पर हमला कर दिया. वन अधिकारी अहमद कमाल सिद्दीकी ने बताया कि जंगल बहराइच वन प्रभाग के अंतर्गत अब्दुल्ला गंज रेंज में आता है.
खून के निशान और पैरों के निशान के माध्यम से लड़की की तलाश करने वाले ग्रामीणों और वनकर्मियों ने उसे गंभीर रूप से घायल अवस्था में और सिर पर गंभीर चोट के साथ पाया. अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई. सिद्दीकी ने कहा कि वन विभाग ने लड़की के परिवार के सदस्यों को सहायता प्रदान की है और उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद मानदंडों के अनुसार परिवार को मुआवजा दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि वनकर्मी लगातार ग्रामीणों को बच्चों को अकेले बाहर निकलने से रोकने के लिए आगाह कर रहे हैं. ग्रामीणों को भी समूहों में बाहर जाने के लिए कहा गया है. यह भी पढ़ें : यूपी की 2 महिलाओं ने सास पर जबरन धर्म परिवर्तन कराने का लगाया आरोप
कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग में एक अन्य घटना में, एक तेंदुए ने कथित तौर पर एक 10 वर्षीय बच्चे को जंगल में अपना शिकार बना लिया और उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया. संभागीय वनाधिकारी आकाशदीप बधावन ने बच्चे की पहचान संतोष यादव के रूप में की है. उन्होंने कहा कि तेंदुए ने यादव को बुरी तरह घायल अवस्था में छोड़ दिया था और ग्रामीणों के शोर मचाने पर वह जंगल में भाग गया. यादव को बहराइच के मेडिकल कॉलेज भेजा गया और बाद में लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर में रेफर कर दिया गया है.
देश
IANS|
Jan 09, 2022 11:21 AM IST
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Pixabay)
बहराइच, 9 जनवरी : नेपाल सीमा पर अब्दुल्ला गंज वन क्षेत्र में बाघ के हमले से 12 साल की बच्ची की मौत हो गई. वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, चेनैनी गांव निवासी परशुराम यादव की बेटी सीमा यादव शनिवार को अपनी बकरियों को घने जंगल में चराने के लिए ले गई थी, तभी बाघ ने उस पर हमला कर दिया. वन अधिकारी अहमद कमाल सिद्दीकी ने बताया कि जंगल बहराइच वन प्रभाग के अंतर्गत अब्दुल्ला गंज रेंज में आता है.
खून के निशान और पैरों के निशान के माध्यम से लड़की की तलाश करने वाले ग्रामीणों और वनकर्मियों ने उसे गंभीर रूप से घायल अवस्था में और सिर पर गंभीर चोट के साथ पाया. अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई. सिद्दीकी ने कहा कि वन विभाग ने लड़की के परिवार के सदस्यों को सहायता प्रदान की है और उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद मानदंडों के अनुसार परिवार को मुआवजा दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि वनकर्मी लगातार ग्रामीणों को बच्चों को अकेले बाहर निकलने से रोकने के लिए आगाह कर रहे हैं. ग्रामीणों को भी समूहों में बाहर जाने के लिए कहा गया है. यह भी पढ़ें : यूपी की 2 महिलाओं ने सास पर जबरन धर्म परिवर्तन कराने का लगाया आरोप
कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग में एक अन्य घटना में, एक तेंदुए ने कथित तौर पर एक 10 वर्षीय बच्चे को जंगल में अपना शिकार बना लिया और उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया. संभागीय वनाधिकारी आकाशदीप बधावन ने बच्चे की पहचान संतोष यादव के रूप में की है. उन्होंने कहा कि तेंदुए ने यादव को बुरी तरह घायल अवस्था में छोड़ दिया था और ग्रामीणों के शोर मचाने पर वह जंगल में भाग गया. यादव को बहराइच के मेडिकल कॉलेज भेजा गया और बाद में लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर में रेफर कर दिया गया है.