लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में दो नाबालिग बच्चियों से दुष्कर्म के मामले में पुलिस के लापरवाह रवैये और आरोपियों पर किसी भी तरह की कार्रवाई न होने से पीड़ित परिवार का गुस्सा इस कदर बढ़ गया कि उन्होंने सोमवार को विधानभवन के सामने आत्मदाह करने की कोशिश की. हालांकि मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें बचा लिया. इस घटना से काफी देर तक हड़कंप मच रहा. पीड़ित परिवार द्वारा उठाए गए इस कदम के बाद पुलिस ने इस मामले में जल्दी ही कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
दरअसल, पीड़ित परिवार का आरोप है कि नगराम में रहने वाले लोगों ने उनकी नाबालिग बच्चियों के साथ दुष्कर्म किया. आरोपियों के खिलाफ पुलिस से शिकायत भी की गई, लेकिन नगराम पुलिस ने अब तक आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की.
पीड़िता के पिता की मानें तो दो साल पहले कस्बा नगराम में दुकान पर चीनी लेने गई दो बच्चियों से मोहम्मद इशरत ने दुष्कर्म किया था. हालांकि इस मामले में पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की और आरोपी की गिरफ्तारी भी हुई, लेकिन छह महीने बाद रेप के आरोपी जेल से बाहर आए और नगर पंचायत अध्यक्ष की मदद से पीड़ित परिवार पर मामला वापस लेने का दबाव बनाने लगे. यह भी पढ़ें: कलयुगी पिता कर रहा था अपनी जुड़वा बेटियों का सौदा, भनक लगते ही पुलिस ने किया गिरफ्तार
पीड़ित बच्चियों के पिता ने बताया कि अब आरोपियों द्वारा डरा-धमकाकर समझौता करने का दबाव बनाया जा रहा है. उसका आरोप है कि मामले में उच्चअधिकारियों से शिकायत के बाद भी पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है, इसलिए निराश पिता ने विधानभवन के सामने आत्मदाह का प्रयास किया. बता दें कि पीड़ित पिता अपने साथ पत्नी व चार बच्चों को लेकर आया था, लेकिन पुलिसकर्मियों ने उसके प्रयास को असफल कर दिया.