कोरोना वायरस इस वक्त दुनिया का हर देश जुझ रहा है. कोरोना के प्रकोप के कारण आज संक्रमित मरीजों की संख्या लाखों में पहुंच चुकी है. वहीं मौत का यह सिलसिला जारी है. अन्य देश की भांति भारत भी कोरोना के संकट से लड़ रहा है. कोरोना के कहर को रोकने के लिए देश के भीतर 17 मई तक के लिए लॉकडाउन बढ़ा दिया है. जिसका असर देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ना स्वाभाविक है. लेकिन इस मुसीबत में केंद्र सरकार के सामने दो बड़ी चुनौती यह है कि पहले तो लोगों की जान बचाई जाए और दूजा इस मुसीबत में लोगों तक जरूरत की चीजें पहुंचे. मौजूदा समय में देश के भीतर कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या 70 हजार का आंकड़ा पार पहुंच गई है. वहीं इस संकट की घड़ी में अमेरिका ने भारत का मदद करने का ऐलान किया है.
COVID-19 के खिलाफ जंग लड़ने के लिए अमेरिका की सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) ने भारत सरकार को 3.6 मिलियन डालर की सहायता देने का ऐलान किया है. इस बात की जानकारी भारत में स्थित अमेरिकी दूतावास की ओर से दी गई. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पीएम मोदी के बीच अच्छी दोस्ती है. इस बात को कई बार दोनों देश नेताओं ने कबूला भी है. इसका अंदाजा ह्यूस्टन में हाउडी मोदी कार्यक्रम और अहमदाबाद में हुए 'नमस्ते ट्रंप' कार्यक्रम से भी लगाया जा सकता है. जहां एक मंच पर दोनों देशों नेता एक साथ नजर आए थे.
ANI का ट्वीट:-
US Centers for Disease Control and Prevention (CDC) has committed $3.6 million to assist the Government of India’s response to the #COVID19 epidemic. These resources will support prevention, preparedness, and response activities in India: US Embassy in India pic.twitter.com/iNRLWjVCsj
— ANI (@ANI) May 12, 2020
कोरोना वायरस की मार से इस वक्त अमेरिका बुरी तरह से प्रभावित है. इस दौरान जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पीएम मोदी से मलेरिया के मरीजों को दी जाने वाली दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन (HCQS) की मांग की, तो भारत ने वहां पर तुरंत खेप भेज दिया था. जिसके बाद खुद ट्रंप ने मोदी का शुक्रिया अदा किया था. अब ऐसी घड़ी में जहां सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने 3.6 मिलियन डॉलर देने का ऐलान किया है यह एक अच्छी खबर है.