लखनऊ, 6 अक्टूबर : इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में न्यू अर्बन इंडिया कॉन्क्लेव के उद्धाटन पर प्रधानमंत्री मोदी ने मंच से एक बार फिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कामों को सराहा. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी के प्रयासों से कोरोना काल में गरीबों को संबल देने वाली पीएम स्वनिधि योजना के क्रियान्वयन में यूपी देश में प्रथम स्थान पर है. उन्होंने कहा कि जिन तीन शहरों ने इस योजना में उत्कृष्ट काम किया है. उसमें यूपी के दो शहर लखनऊ व कानपुर शामिल है. योजना के तहत यूपी के 7 लाख से अधिक स्ट्रीट वेंडर को इसका सीधा लाभ मिला है, जो बड़ी उपलब्धि है. मोदी ने कहा कि रेहड़ी, पटरी व ठेला कारोबारियों को सीधे बैंक से जोड़ने का काम किया जा रहा है.
कोरोना काल में लॉकडाउन के दौरान देश भर के स्ट्रीट वेंडरों को सबसे अधिक परेशानी का सामना करना पड़ा था. इनका कारोबार लगभग बंद हो गया था. दोबारा कारोबार शुरू करना इनके लिए किसी चुनौती से कम नहीं था. ऐसे में केन्द्र सरकार की पीएम स्वनिधि योजना स्ट्रीट वेंडर के लिए बड़ा सहारा बनी. कोरोना काल के बाद दोबारा काम शुरू करने के लिए इस योजना के जरिए स्ट्रीट वेंडरों को दस हजार रुपए तक लोन दिया गया. ताकि वह दोबारा अपना काम शुरू कर सकें. लोन की प्रक्रिया को काफी आसान रखा गया. इस योजना के तहत शहरी क्षेत्रों के रेहड़ी-पटरी वालों को एक साल के लिए 10,000 रुपये का ऋण बिना किसी गारंटी के उपलब्ध कराया गया. यह भी पढ़ें: Karnataka Case: पिता ने मजदूरों पर चलाई गोली, जो मजदूरों को न लगकर उसके बेटे के सिर में लगी
प्रधनमंत्री मोदी ने स्ट्रीट वेंडरों को ऋण देने में लखनऊ व कानपुर के स्थानीय निकायों की तारीफ की. पीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के क्रियान्वयन में यूपी अव्वल है. खासकर देश के तीन शहरों के स्थानीय निकायों ने इसमें उल्लेखनीय काम किया है. उसमें यूपी के दो शहर लखनऊ व कानपुर शामिल हैं. वहीं, यूपी केन्द्र सरकार की 41 योजनाओं के क्रियान्वयन में देश के सभी राज्यों में अव्वल है.