शिया वक्फ बोर्ड अध्यक्ष वसीम रिजवी बोले- तबलीगी जमात मानव बम बनाने का काम करती है
शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ( फोटो क्रेडिट- ANI )

शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी (Shia Waqf Board Chief Waseem Rizvi) एक बार फिर अपने बयानों के कारण सुर्खियों में हैं. दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमात (Tablighi Jamaat) आयोजित कराने के मामले पर उन्होंने कहा कि तब्लीग-ए-जमात दुनिया की सबसे खतरनाक जमात है. वसीम रिजवी ने कहा कि ये जमात आतंकियों के लिए मानव बम (Suicide Bombers) तैयार करती रही है. उन्होंने तब्लीग-ए-जमात को देश विरोधी गतिविधियों के कारण सरकार से उसपर पाबंदी लगाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि इस जमात के लोगों ने अपने लोगों में कोरोना वायरस पैदा कर हिंदुस्तान इसलिए भेजा, जिससे कि भारत मे ज्यादा लोगों की जान जाए.

बता दें इससे पहले भी उन्होंने मांग किया था कि निजामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमात के मुखिया मोहम्मद साद पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाए. ऐसे में जमात या फिर इनके कारण किसी दूसरे की मौत होने पर उसका दोषी मौलाना मोहम्मद साद को मानते हुए उन्हें मृत्युदंड से कम सजा न दी जाए. इस बीच, सुन्नी धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महाली ने एक वीडियो संदेश में कहा था कि तब्लीगी जमात एक धार्मिक संगठन है, लेकिन इसे सरकार द्वारा घोषित सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए था. उन्होंने कहा कि मामले में जिम्मेदारी तय करने के लिए घटना की जांच होनी चाहिए.

गौरतलब हो कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में चार दिवसीय तब्लीग जमात से लौटे प्रदेश के 157 लोगों के अपनी जांच न कराने पर सख्त नाराजगी जताई है. उन्होंने सूचना छिपाने वालों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिए हैं. दरअसल दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में हुए तब्लीग-ए-जमात में अलग-अलग राज्यों के लोग शामिल हुए थे. मरकज में देश विदेश से करीब 1600 लोग शामिल हुए थे. जब पुलिस ने वहां से निकाला तो कई लोग कोरोना वायरस केस में पॉजिटिव पाए गए थे.