लखनऊ: लखनऊ (Lucknow) के मोतीनगर इलाके में एक शेल्टर होम (Shelter Home) की एक शिक्षिका (Teacher) समेत आठ कर्मचारियों के खिलाफ पांच लड़कियों के फरार होने के बाद मामला दर्ज किया गया है. राजकीय बाल गृह (Government Children's Home) के सहायक अधीक्षक मिथिलेश पाल (Mithilesh Pal) ने कहा, "लड़कियां रविवार को डाइनिंग हॉल (Dining Hall) के बेसिन और खिड़की का सहारा लेकर इमारत की छत तक पहुंचने के बाद भाग निकलीं." Uttar Pradesh: रायबरेली में नाबालिग से दुष्कर्म के बाद आरोपी ने की आत्महत्या, डिप्रेशन से था पीड़ित
शेल्टर होम से भागे लोगों में हरदोई और अमरोहा की 17 साल की दो लड़कियां, उन्नाव की 15 साल की एक लड़की और सुल्तानपुर और सीतापुर की 16 साल की दो लड़कियां शामिल हैं. पाल ने कहा कि घटना के समय कला एवं शिल्प शिक्षिका मीना देवी, कक्षा चार की कर्मचारी शिखा भट्टाचार्य और जमील, निजी महिला सुरक्षा गार्ड सबीना और कविता, चपरासी विवेक जायसवाल और एक होमगार्ड अमित ड्यूटी पर थे.
पाल ने कहा, "जांच के दौरान सामने आया कि मीना, शिखा, सबीना और कविता परिसर में मौजूद थीं, जबकि विवेक और जमील इमारत के बाहरी हिस्से में गेट पर थे."
उन्होंने कहा कि होमगार्ड अमित गार्ड रूम में मौजूद था जो कि सबसे ऊपरी मंजिल पर है और डाइनिंग हॉल की छत के ठीक सामने है. सीसीटीवी फुटेज में पाया गया कि लड़कियां डाइनिंग हॉल की छत पर चढ़ गईं और यह जगह गार्ड रूम से महज 5-6 फीट की दूरी पर है.
सीसीटीवी फुटेज से यह भी पता चला कि शिल्प शिक्षक मीना देवी दो बार वॉश बेसिन में अपना चेहरा धोने गई थी और लड़कियां उसे देखकर अपने कमरे के अंदर चली गईं. पाल ने कहा कि ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी लापरवाह हैं और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
जिला परिवीक्षाधीन अधिकारी, लखनऊ, सुधाकर पांडे ने कहा कि सभी पांच लड़कियों को 25 जून को आश्रय गृह में लाया गया था और उन्हें कोविड प्रोटोकॉल के मद्देनजर एक क्वारंटीन कक्ष में रखा गया था.
पश्चिम क्षेत्र के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त राजेश श्रीवास्तव ने कहा कि आठ कर्मचारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. श्रीवास्तव भी मौके पर पहुंचे और रात के समय में तैनात कर्मचारियों से पूछताछ की.
उन्होंने कहा, "हमने शहर और पड़ोसी जिलों के बस/रेलवे स्टेशनों पर लड़कियों का विवरण भेज दिया है.हमने लड़कियों के संबंधित जिलों के पुलिस अधिकारियों को भी सूचित कर दिया है."