गोरखपुर: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा कि यूपी के युवा अब 'जॉब सीकर नहीं बल्कि जॉब क्रिएटर' बनेंगे. प्रदेश सरकार की तरफ से आईटीआई (ITI), पॉलिटेक्निक (Polytechnic), मेडिकल-पैरा मेडिकल (Medical-Para Medical), प्रौद्योगिकी शिक्षा संस्थानों (Institutes of Technology Education), विश्वविद्यालय व कॉलेजों के स्नातक-परास्नातक के विद्यार्थियों को दिए जा रहे टैबलेट (Tablet) और स्मार्ट फोन (Smart Phone) इसमें मददगार होंगे. मुख्यमंत्री योगी ने गुरुवार को गोरखपुर (Gorakhpur) को विश्व स्तरीय वाटर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स की सौगात दी, साथ ही 1305 करोड़ रुपये की लागत वाली 114 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया. अयोध्या और काशी में भव्य निर्माण हो रहा है फिर मथुरा वृंदावन कैसे छूट जाएगा: मुख्यमंत्री योगी
रामगढ़ताल क्षेत्र के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति पार्क में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने नववर्ष के दो दिन पूर्व जनपद को आईटीआई, पॉलिटेक्निक, गुरु गोरखनाथ शोधपीठ, राजकीय इंटर कॉलेज, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, अक्षयपात्रा केंद्रीयकृत एमडीएम रसोईघर, गोरखपुर विश्वविद्यालय में छात्रावास, ड्रग वेयरहाउस, ओवरब्रिज, फोरलेन, कई सड़कों-नालियों समेत हर विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्यों का उपहार दिया.
सीएम ने 1020 करोड़ रुपये की 102 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व 285 करोड़ रुपये की लागत वाली 12 परियोजनाओं का शिलान्यास किया. समारोह में मुख्यमंत्री की मौजूदगी में एक हजार विद्यार्थियों को स्मार्ट फोन व टैबलेट का वितरण किया गया. 24 युवाओं को मुख्यमंत्री ने मंच पर अपने हाथों से टैबलेट व स्मार्ट फोन प्रदान किए. इस दौरान उन्होंने इन विद्यार्थियों से आत्मीय संवाद कर उनकी पढ़ाई के बारे में पूछा और उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा दी.
योगी ने कहा कि राज्य सरकार ने तय किया है कि स्नातक, परास्नातक, तकनीकी, मेडिकल आदि की शिक्षा से जुड़े छात्र -छात्राओं को निशुल्क टैबलेट व स्मार्ट फोन दिए जाएंगे. 25 दिसंबर को लखनऊ से इसका शुभारंभ किया गया है. लखनऊ में 60,000 युवाओं को टैबलेट व स्मार्ट फोन दिए गए. पंजीकृत शेष विद्यार्थियों को उनके संस्थाओं में टैबलेट व स्मार्ट फोन का वितरण किया जाएगा. उन्होंने कहा कि यह काम आगे भी जारी रहेगा.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2022 के आगमन के पहले गोरखपुर को कल और आज मिलाकर करीब 1850 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उपहार मिला है. इनमें सबसे खास है वाटर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स. इस कॉम्प्लेक्स के माध्यम से युवा वाटर स्पोर्ट्स के क्षेत्र में बेहतरीन तरीके से पारंगत होंगे. यह जल क्रीड़ा के लिए ट्रेनिंग का भी एक महत्वपूर्ण केंद्र बनेगा.
इससे पहले मुख्यमंत्री ने वाटर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का विधि विधान से पूजन के बाद उद्घाटन किया. उन्होंने कॉम्प्लेक्स के मॉडल को देखा और कुछ कमरों का निरीक्षण भी किया. कॉम्प्लेक्स के उद्घाटन के पश्चात वह नौका विहार पहुंचे और रामगढ़ताल में बोटिंग की.
मुख्यमंत्री ने फिर दोहराया कि विकास का कोई विकल्प नहीं होता. विकास नागरिकों के जीवन में व्यापक परिवर्तन का कारक होता है. उन्होंने कहा कि गोरखपुर और प्रदेश के बारे में नकारात्मक धारणा बदलने में कामयाबी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'सबका साथ-सबका विकास' मंत्र से मिली. आज पूरे प्रदेश में इसका प्रभाव दिख रहा है. इंफ्रास्ट्रक्च र डेवलपमेंट के बड़े कार्य हुए हैं. कहीं खाद कारखाना खुला है, एम्स बना है, मेडिकल कॉलेज बने हैं, चीनी मिलें खुली हैं, नए एयरपोर्ट बने हैं.
योगी ने कहा कि दिसंबर का माह गोरखपुर के लिए बहुत सौभाग्यशाली है. 7 दिसंबर को प्रधानमंत्री ने यहां खाद कारखाना, एम्स और इंसेफेलाइटिस, डेंगू, कालाजार, चिकनगुनिया आदि बीमारियों की जांच व अनुसन्धान के लिए रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर का लोकार्पण किया. नगर निगम के भव्य सदन भवन का उद्घाटन हुआ जहां से महानगर के विकास की ठोस कार्य योजनाएं बनाई जाएंगी. गोरखपुर को वाटर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स की सौगात मिली है. गोरखपुर में रोशनी से जगमगाती चौड़ी सड़कें हैं, तो सबको अनवरत बिजली मिल रही है.
समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का स्वागत करते हुए सांसद रवि किशन शुक्ल ने कहा कि वाटर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के रूप में मुख्यमंत्री ने पूर्वी उत्तर प्रदेश के साथ ही बिहार और नेपाल के युवाओं के लिए भी एक बड़ी सौगात दी है. वाटर स्पोर्ट्स के रोमांच का आनंद लेने के लिए अब बैंकाक या गोवा जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. सांसद ने निषाद समाज के लिए योगी सरकार द्वारा चलाई गई योजनाओं की भी विस्तार से जानकारी दी. साथ ही समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि जब भी भारत माता, प्रभु श्रीराम और बाबा विश्वनाथ के जयकारे लगते हैं तो सपा के लोगों की छाती पर सांप लोटने लगता है.