UP Assembly Election 2022: सपा संरक्षक मुलायम सिंह पहुंचे करहल, बेटे अखिलेश यादव के लिए मांगे वोट
सीएम योगी आदित्यनाथ, अखिलेश यादव, मुलायम यादव (Photo : PTI)

मैनपुरी, 17 फरवरी : मैनपुरी के हाई प्रोफाइल हो चुके चुनाव में गुरुवार को सपा संरक्षक मुलायम सिंह पहुंचे. उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि करहल से अखिलेश यादव को भारी वोटों से जिताने का काम करें. सपा संरक्षक एवं पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने इस विधानसभा चुनाव में पहली बार अपने बेटे अखिलेश यादव के लिए चुनावी प्रचार किया है. उन्होंने मैनपुरी के करहल में गुरुवार को जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि इस देश को किसान, व्यापारी और नौजवान ही मजबूत करेंगे. इन तीनों की उम्मीदों को समाजवादी पार्टी पूरा करेगी. सपा की नीतियां स्पष्ट हैं.

उन्होंने कहा कि सपा सरकार आने पर किसानों के लिए खाद और बीज का इंतजाम किया जाएगा. सिंचाई के साधन उपलब्ध कराए जाएंगे. पैदावार बढ़ेगी तो किसानों की हालत सुधरेगी. नौजवानों की नौकरी मिलेगी. मैं विश्वास दिलाता हूं कि नौजवानों को नौकरी का इंतजाम किया जाएगा. व्यापारियों को सुविधा दी जाएगी, जिससे वह किसान की फसल को खरीद सकेंगे. मुलायम ने कहा कि सरकार अगर नौकरी नहीं दे सकती है तो कम से कम युवाओं को सुविधा दी जाए, आर्थिक मदद की जाए कि वह खुद कुछ कर सकें और आगे बढ़ सकें. सपा संरक्षक ने कहा कि हमारी सरकार में किसानों को लाभ पहुंचाया जाएगा. पूर्व रक्षा मंत्री ने कहा कि किसान, नौजवान और व्यापारियों को लेकर सपा की सरकार सजग रहेगी और उनके हित में काम करेगी. यह भी पढ़ें : UP Assembly Election 2022: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बोले, ‘सपा का मतलब संपत्ति इकट्ठा कर परिवार का भला करो’

ज्ञात हो कि उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में चल रहे सत्ता संग्राम के बीच मैनपुरी के सांसद और सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव पहली बार चुनाव प्रचार में उतरे हैं. 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव मैनपुरी लोकसभा चुनाव के प्रत्याशी के रूप में नामांकन पत्र दाखिल करने आए थे. इसके बाद से उनका मैनपुरी में आगमन नहीं हो पाया था. इटावा और मैनपुरी सपा का बेहद मजबूत किया है. 2017 में जब भाजपा यूपी में 300 से अधिक सीटों पर कमल खिलाने में कामयाब रही थी तब भी मैनपुरी की चारों सीटों पर उसे हार का सामना करना पड़ा था. करहल सीट की बात करें तो 2017 में सपा के सोबरन यादव ने यहां से जीत हासिल की थी.