उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के उन्नाव की दुष्कर्म (Unnao rape) पीड़िता के सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल होने से बाद मामला में सियासत तेज होने लगी है. रेप पीड़िता के साथ हुए सड़क हादसे में नया खुलासा होने से अब सियासी गहमागहमी और भी तेज हो गई है. दरअसल जिस ट्रक ने कार में टक्कर मारी थी वो ट्रक फतेहपुर के समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व जिला सचिव नंदू पाल के भाई का है. हादसे के बाद से ही सचिव नंदू पाल के दवेंद्र पाल के घर पर ताला लगा हुआ है, वहीं नंदू पाल ने इस मामले को साजिश बताकर बेवजह तूल दिए जाने की बात कही. वहीं पुलिस मामले की जांच कर रही है.
पीड़ित लड़की के परिवार ने विधायक पर आरोप लगाया कि 'कार दुर्घटना लड़की को जान से मारने की साजिश' थी. वहीं इस मामले में पुलिस ने बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर (Kuldeep Sengar) , उनके भाई मनोज सेंगर और आठ अन्य के खिलाफ सड़क दुर्घटना के एक मामले में पुलिस ने एक प्राथमिकी दर्ज की है. बता दें कि पीड़िता ने वर्ष 2017 में उन्नाव के बीजेपी विधायक सेंगर पर बलात्कार का आरोप लगाया था. इस मामले में सेंगर को गिरफ्तार किया गया था. इस वक्त सेंगर जेल में हैं.
गौरतलब है कि उन्नाव की दुष्कर्म पीड़िता एक कार बुक कराकर रविवार को जेल में बंद अपने चाचा से मिलने चाची, मौसी और एक वकील के साथ रायबरेली जा रही थी. रास्ते में एक ट्रक ने कार में जोरदार टक्कर मार दी, जिससे पीड़िता की चाची, मौसी व कार चालक की मौत हो गई और पीड़िता व वकील गंभीर रूप से घायल हो गए. दोनों घायलों का लखनऊ के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है.
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जिस ट्रक ने पीड़िता की कार में टक्कर मारी, उसकी नंबर प्लेट पर नीला रंग पुता हुआ था, ताकि नंबर पढ़ा न जा सके. युवती से दुष्कर्म के आरोप में बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर जेल में बंद हैं. लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी सांसद साक्षी महाराज जेल में जाकर सेंगर से मिले थे. इस मामले की सीबीआई जांच चल रही है. पीड़िता के पिता की पहले ही पिटाई से मौत हो चुकी है.