Bullet Train Bridge Collapsed: गुजरात के आणंद में मंगलवार को बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के अंतर्गत बन रहे एक पुल का हिस्सा ढह गया, जिसमें चार मजदूरों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है. यह हादसा आणंद जिले के वासद गांव के पास हुआ, जहां बुलेट ट्रेन ट्रैक का निर्माण कार्य चल रहा था. जैसे ही हादसे की खबर मिली, तुरंत पुलिस, फायर ब्रिगेड, और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए. आणंद के एसपी गौरव जासानी ने बताया कि वासद गांव के पास यह घटना उस समय घटी जब बुलेट ट्रेन के पुल का काम चल रहा था.
इस घटना में दो मजदूरों को रेस्क्यू कर लिया गया है, जबकि 1-2 और लोगों के मलबे में दबे होने की संभावना है. फिलहाल घटनास्थल पर बचाव कार्य जारी है और मलबे को हटाने का काम तेजी से किया जा रहा है. राहत की बात यह है कि अब तक कोई मृतक की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन स्थिति पर नजर रखी जा रही है.
आनंद में बुलेट ट्रेन परियोजना स्थल पर हुए हादसे पर डीएसपी आनंद गौरव जसानी ने कहा, "बुलेट ट्रेन परियोजना स्थल पर लगाया जा रहा एक गर्डर आज गिर गया. इस घटना में 2 लोगों को बचा लिया गया और अस्पताल भेज दिया गया. प्राथमिक जानकारी के अनुसार 1 या 2 लोग फंसे हो सकते हैं, उन्हें बचाने के लिए ऑपरेशन जारी है."
कुछ मजदूरों के फंसे होने की आशंका
#WATCH | Gujarat: Concrete blocks collapsed at a construction site of the bullet train project in Anand, today. Rescue operations are underway. Anand police, fire brigade officials have reached the spot.
National High Speed Rail Corporation Limited says, "Today evening at Mahi… pic.twitter.com/LapwfEOo5h
— ANI (@ANI) November 5, 2024
मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना के तहत कई बड़े निर्माण कार्य किए जा रहे हैं, जिनमें पुलों का निर्माण भी शामिल है. गुजरात में इस परियोजना के तहत कुल 20 नदी पुल बनाए जाने हैं, जिनमें से 12 का निर्माण सफलतापूर्वक पूरा हो चुका है. हाल ही में नवसारी जिले में खरेरा नदी पर 120 मीटर लंबे पुल का काम पूरा किया गया है. इसके साथ ही वापी और सूरत बुलेट ट्रेन स्टेशनों के बीच पड़ने वाले सभी नौ नदियों पर पुलों का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है.
बता दें कि मुंबई-अहमदाबाद के बीच चलने वाली बुलेट ट्रेन भारत की पहली हाई-स्पीड रेल परियोजना है, जिसे नेशनल हाई-स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NHSRCL) संचालित कर रहा है. यह प्रोजेक्ट न केवल भारत के परिवहन को आधुनिक बना रहा है, बल्कि कई स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी प्रदान कर रहा है. सरकार इस परियोजना को समय पर पूरा करने के लिए तेजी से कार्य कर रही है, ताकि देश को एक नई परिवहन सुविधा मिल सके.