मध्यप्रदेश(MP)रातापानी बाघ अभयारण्य में मंगलवार यानी 4 दिसंबर को एक टाइगर का शव पाया गया. प्रसाशन का कहना है कि टाइगर का शव दो दिन पुराना है. टाइगर के शिकार कि जानकारी प्रसाशन को दूसरे दिन बुधवार सुबह 5 दिसंबर को हुई. शिकारी टाइगर के पंजे काटकर ले गए हैं. अंदाजा लगाया जा रहा है की टाइगर को जहर दिया गया था.
जानकारी मिलने के बाद घटनास्थल पर वन विभाग उसके बाद डॉक्टर, एसटीएफ और डॉग स्कॉड कि टीम को जांच के लिए घटनास्थल पर बुलाया गया. मरे हुए टाइगर कि उम्र आठ साल बताई जा रही है.
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जंगली जानवरों और टाइगरों के शिकार का यह कोई पहला मामला नही है. इससे पहले भी टाइगरों के शिकार के कई मामले सामने आचुके हैं. सरकार कि कड़ी निगरानी और सख्त कानून के बाद भी बेजुबान जानवरों के शिकार का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा. आपको बता दें रातापानी बाघ अभयारण्य भारत के मध्यप्रदेश राज्य के रायसेन जिले में है. यह तरह तरह के जीव- जन्तुओं, बाघ, लियोपार्ड (leopards), जंगली कुत्ते, शियार, लोमड़ी, चीतल, सांभर, नीलगाय, चिंकारा, प्रमुख रूप से पाये जाते हैं.