Happy New Year 2021: नई उमंग के साथ शुरू हुआ नया साल, मगर 2020 में भी भारत ने हासिल की ये उपलब्धियां
राष्ट्रीय ध्वज (Photo Credits: Unsplash)

भारत के लिए यह वर्ष नवाचारों से भरा था. वैश्विक नवाचार सूचकांक- 2020 में भारत को 48वाँ स्थान प्राप्त हुआ है. भारत पहली बार इस सूचकांक में शीर्ष 50 देशों के समूह में शामिल हो गया है. कोविड-19 के चुनौतीपूर्ण दौर में भी भारत में नए निर्माण और अनुसंधान कार्य निरंतर जारी रहे.  आइये भारत के नवाचार यात्रा पर नजर डालते हैं.

रक्षा अनुसंधान के स्वचालित सैनिटाइजर और यूवी उपकरण

कोविड-19 से बचाव के उपाय हेतु रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने दो नई तकनीक विकसित कीं. सार्वजिनक स्थानों पर सेनिटाइजर चैंबर बनाए गए. इसके द्वारा सार्वजनिक स्थानों में लोगों के सैनेटाइजेशन हेतु व्यवस्था की गई है. इसके अतिरिक्त डीआरडीओ ने कोविड की आनुवंशिक सामग्री को नष्ट करने में समर्थ पराबैंगनी डिवाइस भी बनाई है.

आईआईटी रुड़की बना "मोस्ट इनोवेटिव इंस्टीट्यूट ऑफ द ईयर"

भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) इंडस्ट्रियल इनोवेशन अवार्ड्स 2020 भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुढ़की को नवाचार कार्यों के लिए ‘द मोस्ट इनोवेटिव इंस्टीट्यूट ऑफ द ईयर’ घोषित किया गया. इन नवाचार कार्यों में नैनो कोटिंग मास्क, प्राणवायु वेंटिलेटर और हील एग्नोस्टिक तकनीक शामिल हैं.

नई शिक्षा नीति - 2020, शिक्षा के क्षेत्र में उठाया गया अभिनव कदम

इस वर्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 21वीं सदी के लिए नई शिक्षा नीति लागू करने की अहम घोषणा की. इस नीति की प्रतीक्षा देश में लंबे समय से थी. नई शिक्षा नीति में विद्यार्थियों को 5वीं कक्षा तक मातृभाषा में शिक्षा देने पर जोर दिया गया है. साथ ही त्रिभाषा फॉमूले को अपनाया गया है. इसके अलावा तीन साल तक आंगनबाड़ी/प्री स्कूलिंग के साथ 5+3+3+4 पैटर्न आधारित 12 साल की स्कूली शिक्षा का प्रावधान है. उच्च शिक्षा के लिए भी एकीकृत व्यवस्था की गई है.

आईआईटी बॉम्बे के छात्रों ने बनाया डिजिटल स्टेथोस्कोप

इस वर्ष आईआईटी बॉम्बे की एक टीम ने "डिजिटल स्टेथोस्कोप" विकसित किया. यह दिल की धड़कनों को दूर से सुन सकता है और उन्हें रिकॉर्ड कर सकता है. कोरोना मरीजों की जांच कर रहे चिकित्सकों के लिए यह बहुत मददगार साबित होगा. टीम ने देश भर के विभिन्न अस्पतालों और स्वास्थ्य सेवा केंद्रों को 1,000 स्टेथोस्कोप भेजे हैं.

सरकार द्वारा किए गए पहल

इस वर्ष नवीन कृषि प्रौद्योगिकी और नवाचारों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इफको और प्रसार भारती के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया. C-DAC ने भारत भर के विभिन्न प्रमुख संस्थानों में सुपरकंप्यूटिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर स्थापित करने और कम्प्यूटेशनल विज्ञान तकनीकों का उपयोग करके अनुसंधान और नवाचार की गति को तेज करने के लिए राष्ट्रीय सुपरकंप्यूटिंग मिशन होस्ट संस्थानों के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए. सरकार बड़े पैमाने पर रिसर्च पार्क टेक्नोलॉजी बिजनेस इन्क्यूबेटर्स (TBI) और (RPs) को भी बढ़ावा दे रही है. अटल इनोवेशन मिशन के तहत भी काम जोरों पर चल रहा है.