पाकिस्तान और चीन की बढ़ेगी बेचैनी, भारत पहुंचा Rafale Aircraft का दूसरा बैच- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कही ये बात
लड़ाकू फाइटर प्लेन राफेल ( फोटो क्रेडिट- ANI)

पूरी दुनिया की नजर इस वक्त भारत और चीन के उपर है. क्योंकि चीन ने जो गलवान घाटी में नापाक हरकत की थी, उसके बाद से भारत उसके सामने डट गया है. फिर चाहे वो बात शांति से हो या फिर युद्ध से. भारत दोनों मोर्चो के लिए तैयार खड़ा है. पड़ोसी देशों की नापाक मंसूबों को देखते हुए भारत अब अपनी सेना को और भी मजबूत कर रहा है. इसी कड़ी में पाकिस्तान और चीन की नींद उड़ा देने वाले राफेल विमान (Rafale Aircraft) की दूसरी खेप आज भारत पहुंच गई. राफेल विमान की दूसरी खेप गुरुवार रात 8 बजकर 14 मिनट पर भारत पहुंची. इस दूसरी खेप में कुल तीन राफेल विमान थे, जो फ्रांस से नॉन स्टॉप उड़ान (Flying Non-Stop From France) भरकर भारत पहुंचे हैं. वहीं, फाइटर विमान राफेल के पहुंचने पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने IAF को सफलता पूर्वक भारत पहुंचने पर बधाई दी.

दूसरी खेप में इन तीन नए लड़ाकू विमान राफेल के आने बाद भारत के पास इसकी संख्या कुल 8 हो गई है. इससे पहले भारत ने 29 जुलाई को पांच रफाल विमान हासिल किए थे. जिन्हें 10 सितम्बर को अम्बाला में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान 'गोल्डन एरोज स्क्वॉड्रन' में शामिल किया गया. बता दें कि भारत ने फ्रांस के साथ 36 राफेल विमान हासिल करने के लिए एक करार किया है. इस सौदे की कुल कीमत 59 हजार करोड़ रुपये है. जिसमें से अब भारत कुल 8 लड़ाकू विमान राफेल पहुंच गया है. वहीं जल्द ही अन्य विमान भी भारत को सौंपे जाएंगे. Bihar Assembly Election 2020: पाकिस्तान को फिर से चेताया राजनाथ सिंह ने, पूरा POK भारत का हिस्सा था, है और रहेगा.

ANI का ट्वीट:- 

राजनाथ सिंह ने कही ये बात:-

गौरतलब हो कि वायु सेना के बेड़े में 36 राफेल विमानों को शामिल होना बेहद खास है. क्योंकि इस विध्वंसक लड़ाकू विमान का तोड़ न तो पाकिस्तान के पास है और नहीं चीन के पास है. राफेल की दक्षता और बेजोड़ इलेक्ट्रॉनिक युद्धक प्रणाली वाला विमान पड़ोस में किसी भी देश के पास नहीं है. राफेल में कई ऐसे गुण हैं जो उसे दुश्मनों का काल बनाते हैं. जैसे कि बेहद सटीकता से हमले, जहाज रोधी हमले की खासियत समेत इसकी अधिकतम रफ्तार 1.8 मैक है. राफेल की अमेरिका के एफ-35 और एफ-22 लड़ाकू विमानों से भी इसकी तुलना की जाती है.