पटना, 2 जून: बिहार में लॉकडाउन के बाद कोरोना संक्रमण की रफ्तार पर लगाम लगी है. माना जा रहा है कि यही कारण है कि सरकार संक्रमण दर में कमी और स्वस्थ होने वालों की दर की वृद्धि के बावजूद भी लॉकडाउन खत्म करने से बच रही है. लॉकडाउन के बाद राज्य में स्वस्थ होने की दर में वृद्धि देखी जा रही है. राज्य में कोरोना की दूसरी लहर में पहली बार पांच मई को राज्यभर में लॉकडाउन लगाया गया था. पांच मई को राज्य में कोरोना संक्रमितों के स्वस्थ होने की दर 78.38 दर्ज की गई थी जबकि 2 जून यह दर 97.25 प्रतिशत तक पहुंच गई. इस तरह देखें तो लॉकडाउन लगाए जाने के बाद स्वस्थ होने की दर में 18.87 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. यह भी पढ़ें: भारत में कोरोना का कहर हो रहा कम, 24 घंटे में मिले 1.32 लाख नए मरीज, 2.31 लाख हुए ठीक, 3207 ने तोड़ा दम
बिहार राज्य स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो राज्य में पांच मई को 14,836 नए संक्रमितों की पहचान हुई थी. इस दौरान 11,726 लोग कोरोना को मात देकर संक्रमणमुक्त हुए थे. इस दिन राज्य में रिकवरी रेट 78.38 प्रतिशत दर्ज किया गया था. राज्य सरकार ने इसके बाद राज्य में संपूर्ण लॉकडाउन लगा दिया. पिछले 10 दिनों के आंकडों को देखें तो राज्य में स्वस्थ होने की दर में लगातार वृद्धि हो रही है. राज्य में 22 मई को कोरोना से स्वस्थ होने की दर 92.80 प्रतिशत थी जबकि इसके एक दिन बाद यानी 23 मई को रिकवरी रेट 93.44 प्रतिशत तक पहुंच गई.
इसी तरह 24 मई को यह आंकडा 93.85 प्रतिशत तक पहुंच गई. स्वास्थ विभाग के मुताबिक 26 मई को राज्य में 2,603 संक्रमितों की पहचान की गई थी, जबकि उस दिन 6,641 लोग स्वस्थ्य भी हुए थे. इसी तरह 26 मई को रिकवरी रेट 94.87 प्रतिशत दर्ज की गई.
इसके एक दिन बाद 27 मई को राज्य में स्वस्थ होने की दर 95.24 प्रतिशत तथा 28 मई को 96.76 प्रतिशत तक पहुंच गई. मई महीने के अंतिम दिन यानी 31 मई को राज्य में स्वस्थ होने की दर 96.97 प्रतिशत दर्ज किया गया. राज्य में मंगलवार को 1,174 नए कोरोना संक्रमितों की पहचान हुई है, जबकि 3,100 लो कोरोना को मात देकर स्वस्थ हुए. राज्य में 1 जून को रिकवरी रेट 97.25 प्रतिशत दर्ज किया गया.
उल्लेखनीय है कि राज्य में पांच मई से 15 मई और उसके बाद इसे विस्तारित करते हुए 25 मई तक लॉकडाउन लगाया गया. इसके बाद लॉकडाउन को 1 जून और अब आठ जून तक बढ़ा दिया गया है.बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय कहते हैं, '' राज्य में जांच की गति तेज की गई है. राज्य में कोरोना जांच का आंकड़ा 3 करोड़ से ज्यादा पहुंच गया है.''उन्होंने कहा कि रिकवरी रेट में लगातार सुधार हो रहा है.