Unnao Shocker: उत्तर प्रदेश के उन्नाव से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां वाराणसी के स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी डायरेक्टर आदित्य वर्धन सिंह गंगा नदी में डूब गए. आरोप है कि मौके पर मौजूद गोताखोर ने उन्हें बचाने के लिए 10 हजार रुपये मांगे थे. उसने कहा कि जब तक पैसे ऑनलाइन नहीं दिए जाएंगे, वह आदित्य वर्धन सिंह को बचाने की कोशिश नहीं करेगा. इसके बाद आनन-फानन में गोताखोरों को 10 हजार रुपये ऑनलाइन भुगतान कर दिए गए, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. मौके पर मौजूद गोताखोर ने पैसे के लालच में उन्हें बचाने में दिलचस्पी नहीं दिखाई, जिससे उनकी दुखद मौत हो गई.
जानकारी के मुताबिक, लखनऊ निवासी 45 वर्षीय आदित्य वर्धन सिंह छुट्टी पर थे. वह शनिवार दोपहर अपने दोस्त प्रदीप तिवारी और योगेश्वर मिश्रा के साथ नानामऊ घाट गए थे. तीनों घाट पर पहुंचे और किनारे पर कार खड़ी कर नदी में उतर गए. पानी में रहते हुए आदित्य वर्धन सिंह तेज बहाव में बह गए और लापता हो गए.
गंगा में डूब रहे थे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, गोताखोर ने बचाने के लिए मांगे ₹10,000
Really #Shocking !! 😳
Imagine this: a life was lost just because a rescuer, Sunil Kashyap, demanded ₹10,000 before helping. By the time the money was transferred, it was too late—Aditya Vardhan Singh had #drowned.🤔
Sunil Kashyap, you might have earned those ₹10,000, but… pic.twitter.com/Q7WUOc9WbN
— Sandeep Kumar Yadav (@Sandy92_SKY) September 1, 2024
इसके बाद आसपास के स्थानीय लोगों ने तुरंत मदद के लिए फोन किया. घटना की सूचना मिलते ही पीएसी और एसडीआरएफ के गोताखोरों को बचाव कार्य के लिए लगाया गया, हालांकि, गोताखोरों द्वारा घंटों की तलाश के बाद भी आदित्य वर्धन सिंह का कोई सुराग नहीं मिल पाया है.