मुंबई: 'मी टू' अभियान के तहत एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं. अब तक जहां 'मी टू' अभियान के तहत पूर्व विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर पर महिला पत्रकार प्रिय रमानी द्वारा यौन शोषण का आरोप लगने के बाद उन्हें अपने मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा. वहीं फिल्म अभिनेत्रा नाना पाटकर समेत कई लोगों पर मी टू' अभियान के तरह यौनशोषण का आरोप लग चुका है. इस बीच देश की सबसे बड़ी नॉन प्रॉफिट एजुकेशन संस्था टीच फॉर इंडिया के तीन कर्मचारियों पर 'मी टू' के तहत यौनशोषण करने का मामला सामने आया है. जिसके बाद संस्था ने तीनों कर्मचारियों को फिलहाल छुट्टी पर भेज दिया है.
दरअसल मामला कुछ इस तरह से है. इस संस्था में पुणे की मास कम्युनिकेशन की एक छात्रा इंटर्न करने आई थी. उस दौरान कपिल दवडा नाम के कर्मचारी ने छात्रा के साथ यौनशोषण किया था. जिसका खुलासा उस छात्रा द्वारा करने के बाद रचिता नाम की महिला ने ट्वीट के जरिए छात्रा की आपबीती के बारे में खुलासा किया है. वहीं इस संस्था में बड़े पद पर काम करने वाले दो कर्मचारी जिसमें एक का नाम सचिन परांजपे है जो प्रोग्राम मैनेजर है. वहीं दुसरे का नाम अभिमन्यु सरकार है. जो पुणे में डायरेक्टर है. 'मी टू' के तहत कुछ महिलाओं ने इनके खिलाफ भी यौनशोषण को लेकर आरोप लगाया है. जिसके बाद संस्था ने इन सभी लोगों को अस्थाई तौर पर छुट्टी पर भेज दिया गया है.यह भी पढ़े: #MeToo: प्रिया रमानी ने कहा- एमजे अकबर के मुकदमे से डरने वाली नहीं हूं, डटकर करूंगी सामना
First hand account of a survivor from @TeachForIndia. @heauxbaton publicly talks about her internship at TFI and the sexual harassment and abuse she faced. More power to you Poulomi #MeToo #TimesUp pic.twitter.com/5hOhvGX9gf
— Rachita (@visualfumble) October 14, 2018
बता दें कि देश की सबसे बड़ी गैरसरकारी नॉन प्रॉफिट एजुकेशन टीच फॉर इंडिया नाम की संस्था है .देश के लोगों को अच्छी शिक्षा देने के लिए इसकी शुरुआत 2009 हुई थी. इस संस्था में लोगों को शिक्षा से जुडी ट्रेनिंग और टीचर उपलब्ध कराए जातें है. ऐसे इस संस्था के खिलाफ महिलओं के यौन शोषण को लेकर जो मामला सामने आया है. इससे संस्था पर जो लोगों का भरोसा था वह उठा जाएगा.