चेन्नई, 26 जुलाई : तमिलनाडु सरकार, मनावर मनसु योजना के तहत स्कूली छात्रों को मनोवैज्ञानिक परामर्श देने के लिए 800 डॉक्टरों की नियुक्ति करेगी. राज्य के स्कूल शिक्षा मंत्री अंबिल महेश पोय्यामोझी ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि, इस परियोजना को आधिकारिक तौर पर मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन बुधवार को लॉन्च करेंगें. शिक्षा मंत्री अंबिल महेश पोय्यामोझी ने कहा, यह परियोजना छात्रों को किशोरावस्था के मुद्दों, पढ़ाई के दबाव, साथियों के दबाव और बच्चों में व्यवहार परिवर्तन से संबंधित मुद्दों पर तनाव के बीच मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद करेगी.
स्कूल शिक्षा विभाग ने ऐसी पहल तब की है, जब दो छात्रों ने पढ़ाई से जुड़े दबाव के चलते अपनी जीवन समाप्त कर ली. कल्लाकुरिची के एक निजी आवासीय स्कूल में प्लस टू के एक छात्र की आत्महत्या के बाद बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए, जिसके कारण स्कूल में तोड़फोड़ की गई और स्कूल बसों के साथ-साथ पुलिस वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया गया, जिससे कल्लाकुरिची और आस-पास के विल्लुपुरम जिलों में अशांति फैल गई. यह भी पढ़ें : प्रधानमंत्री के रूप में आपके साथ काम करना वास्तव में सौभाग्य था: मोदी ने कोविंद को लिखे पत्र में कहा
इस बीच, तिरुवल्लुर में सोमवार को एक निजी आवासीय स्कूल में एक अन्य छात्र की आत्महत्या से इलाके में आक्रोश फैल गया. बच्चे के माता-पिता और रिश्तेदारों ने शव को लेने से इनकार कर दिया. पोय्यामोझी ने यह भी कहा कि, कल्लाकुरिची शक्ति आवासीय विद्यालय के छात्रों को समायोजित करने के लिए आस-पास के स्कूलों के साथ चर्चा चल रही है. पोय्यामोझी ने कहा कि स्कूल में आगजनी और दंगों के दौरान, छात्र और शिक्षक दोनों के कई प्रमाण पत्र खो गए थे और राज्य सरकार ने उन सभी को डुप्लिकेट प्रमाण पत्र प्रदान करने के लिए कदम उठाए हैं