नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने शुक्रवार को उस याचिका को खारिज कर दिया जिसमें महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) को 'भारत रत्न' देने की मांग की गई थी. याचिका में SC से गुजारिश की गई थी कि केंद्र को निर्देश देकर गांधी को देश का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न (Bharat Ratna) महात्मा गांधी को देने के लिए कहा जाए. चीफ जस्टिस एसए बोबड़े ने याचिका पर सुनवाई से इनकार कर दिया. सीजेआई ने कहा, महात्मा गांधी इन सब से परे हैं. भारत रत्न के बड़े महात्मा गांधी हैं. याचिका पर आदेश देने से इंकार करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि महात्मा गांधी भारत रत्न सम्मान से महान हैं. बता दें कि महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता कहा जाता है.
सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस एस. ए. बोबडे ने कहा कि महात्मा गांधी के लिए भारत रत्न क्या है? वह भारत रत्न के सम्मान से काफी बड़े हैं. SC ने कहा महात्मा गांधी को हर रूप में सम्मान मिलना चाहिए, लेकिन देश के लोग उन्हें किसी फॉर्मल सम्मान से कहीं ज्यादा मानते हैं. सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में केंद्र सरकार को निर्देश देने से इनकार कर दिया है. हालांकि SC की ओर से याचिकाकर्ता को कहा गया है कि वह इस मुद्दे को केंद्र सरकार के सामने उठा सकते हैं.
भारत रत्न से बड़े बापू-
Supreme Court, while declining to pass any order in the PIL, said that Mahatma Gandhi is much higher than Bharat Ratna. https://t.co/0Fs4nY9DPk
— ANI (@ANI) January 17, 2020
गौरतलब है कि, भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है. भारत रत्न का सम्मान साल 1954 से दिया जा रहा है. भारत रत्न किसी भी व्यक्ति को देश में सर्वश्रेष्ठ योगदान के लिए दिया जाता है. केंद्रीय गृह मंत्रालय इस की सिफारिश करता है, जिसके बाद भारत के राष्ट्रपति के द्वारा सम्मानित व्यक्ति को भारत रत्न दिया जाता है.
अभी तक 48 नागरिकों को इस सम्मान से सम्मानित किया जा चुका है. भारत सरकार ने पिछले साल ही तीन हस्तियों को भारत रत्न के सम्मान से नवाजा है. पिछले भारत रत्न राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, गीतकार भूपेन हजारिका और समाजसेवी नानाजी देशमुख को भारत रत्न दिया गया था.