Maharashtra Lockdown News: महाराष्ट्र में कल रात 8 बजे से जरूरी सेवाएं छोड़ सभी सेवाओं पर रोक, 1 मई सुबह 7 बजे तक लागू रहेगी धारा 144
सीएम उद्धव ठाकरे (Photo Credits: Facebook)

मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) में एक बार फिर से कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामले बेकाबू होने लगे हैं, जिसके बाद राज्य सरकार ने सख्त प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है. सूबे के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने मंगलवार को खुद महाराष्ट्र में 15 से ज्यादा दिनों का प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया. प्रतिबंध 14 अप्रैल को रात 8 बजे से 1 मई सुबह 7 बजे तक लागू रहेंगे. इस दौरान सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र में कोरोना नियंत्रण के बाहर हो गया है. जिस वजह से सारी सुविधाएं कम पड़ने लगी है. उन्होंने वैक्सीनेशन की प्रक्रिया को और तेज करने पर जोर दिया.

महाराष्ट्र में कोविड-19 की बेकाबू हुई रफ्तार पर लगाम लगाने के लिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य में कल से जरूरी सेवाएं छोड़ सभी सेवाओं पर रोक लगाने का निर्णय लिया. इस दौरान पूरे राज्य में धारा 144 लागू रहेगी और सभी प्रतिष्ठान, सार्वजनिक स्थान, गतिविधियाँ बंद रहेंगी. हालांकि आवश्यक सेवाओं को प्रतिबंध से छूट दी गई है. उद्धव ने कहा “हम कड़े प्रतिबंध लगा रहे हैं जो कल शाम 8 बजे से लागू होंगे. कल से पूरे राज्य में धारा 144 लागू की जाएगी. मैं इसे लॉकडाउन नहीं कहूंगा.”  महाराष्ट्र के दो अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी से 10 लोगों की मौत, परिवारों का दावा

राज्य की जनता को संबोधित करते हुए उन्होंने केंद्र सरकार से भी मदद मांगी. उन्होंने कहा "मैं प्रधानमंत्री से बात करूंगा कि हमें आसपास के राज्यों से चिकित्सा सुविधा के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति में भारतीय वायुसेना की सहायता प्रदान की जाए."

पिछले हफ्ते हुई सर्वदलीय बैठक में भी मुख्यमंत्री ने तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए सख्त कदम उठाने के संकेत दिए थे. महाराष्ट्र में रविवार को संक्रमण के सर्वाधिक 63,294 मामले आए थे लेकिन सोमवार को 51,751 मामले आए. वहीं राज्य में आज 60,212 नए कोरोना मामले सामने आए हैं.

इससे पहले महाराष्ट्र में लॉकडाउन लगाए जाने की चर्चा के बीच राज्य के मंत्री असलम शेख ने कहा है कि सरकार कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए मंगलवार को कुछ नयी पाबंदी के बारे में दिशा-निर्देश जारी करेगी. मुंबई के प्रभारी मंत्री शेख ने संवाददाताओं से कहा कि राज्य सरकार हरिद्वार में कुंभ मेला से लौटने वाले लोगों के संबंध में निर्देश पर फैसला करेगी क्योंकि वहां पर कोविड-19 के संबंध में नियमों का पालन नहीं हुआ.