आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा (Sriharikota)से भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (ISRO)ने एचवाईएसआईएस PSLV-C43 सैटेलाइट लॉन्च कर दिया है. इसकी गिनती 28 घंटे पहले बुधवार की सुबह 5:58 बजे शुरू हो गई थी. 8 देशों के 31 अन्य सैटेलाइटों को सतीश धवन स्पेस सेंटर (Satish Dhawan Space Centre) से प्रक्षेपित कर दिया गया है. इनमे 23 उपग्रह अमेरिका के हैं. इसरो के अनुसार, पीएसएलवी 380 किलोग्राम भार वाले हाइपर स्पेक्ट्रल इमेजिंग सेटेलाइट और 30 अन्य उपग्रहों के साथ सुबह 9.58 बजे अंतरिक्ष के लिए रवाना किया. 30 अन्य उपग्रहों का कुल वजन 261.5 किलोग्राम है.
प्रक्षेपण यान के रवाना होने के बाद महज 112 मिनट में संपूर्ण अभियान पूरा हो जाएगा.रॉकेट का चौथा चरण उड़ान भरने के महज 16 मिनट बाद शुरू हो जाएगा. 17 मिनट से अधिक की उड़ान भरने पर पीएसएलवी रॉकेट हाइपर स्पेक्ट्रल इमेजिंग सेटेलाइट को कक्षा में स्थापित कर देगा जो वहां पांच साल तक रहेगा. इसके बाद रॉकेट 642 किलोमीटर की ऊंचाई से नीचे 503 किलोमीटर पर आएगा और उड़ान भरने के करीब 112.79 मिनट के भीतर अंतिम उपग्रह को उसकी कक्षा में पहुंचा देगा.
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#UPDATE: PSLV-C43 successfully injects Indian satellite #HysIS, into sun-synchronous polar orbit, from Satish Dhawan Space Centre in Sriharikota. #AndhraPradesh https://t.co/KKgwcyrjqL
— ANI (@ANI) November 29, 2018
इसरो ने इससे पहले जनवरी में दो घंटे तक उपग्रह प्रक्षेपण अभियान चलाया था. सभी 30 उपग्रह 504 किलोमीटर की कक्षा में स्थापित किए जाएंगे. इनमें से 23 सेटेलाइट अमेरिका के हैं और बाकी आस्ट्रेलिया, कनाडा, कोलंबिया, फिनलैंड, मलेशिया, नीदरलैंड और स्पेन के हैं. इसरो की वाणिज्यिक शाखा एंट्रिक्स कॉरपोरेशन लिमिटेड के माध्यम से प्रक्षेपण के लिए उपग्रहों का वाणिज्यिक अनुबंध किया गया है.