लखनऊ, 27 मार्च : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में पंचायत चुनाव (Panchayat Election) से पहले दर्जनों आईपीएस अफसरों के तबादले पर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने सवाल उठाए हैं. पार्टी का कहना है कि ट्रांसफर लिस्ट में कई निष्पक्ष माने जाने वाले आईपीएस अफसरों के भी नाम हैं, जिससे इस फेरबदल पर सवाल खड़े होते हैं. सपा ने कहा कि वह इस मुद्दे को जोरशोर से उठाएगी. सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता आईपी सिंह (National Spokesperson IP Singh) ने कहा कि चुनाव से पहले यूपी सरकार (UP Government) की ओर से एक साथ 43 आईपीएस अफसरों का ट्रांसफर किए जाने पर सवाल खड़े होते हैं. कई अच्छी छवि वाले अफसरों को साइडलाइन कर दिया गया है. ठीक चुनाव से पहले इन तबादलों से गंभीर सवाल उठते हैं. सपा इस मुद्दे को जनता के बीच ले जाएगी. यह भी पढ़े: Muzaffarnagar Riot: यूपी के मंत्री सुरेश राणा, विधायक संगीत सोम और साध्वी प्राची समेत कई बीजेपी नेताओं को राहत, मुजफ्फरनगर दंगे का मुकदमा होगा वापस
बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार ने बीते शुक्रवार को कुल 43 आईपीएस अफसरों के ट्रांसफर किए थे। इसमें आईजी मुरादाबाद परिक्षेत्र रमित शर्मा को आईजी बरेली परिक्षेत्र भेजा गया है, जबकि गोरखपुर परिक्षेत्र के आईजी मोदक राजेश डी. राव को आईजी कानून-व्यवस्था, लखनऊ पद पर तैनाती मिली है।
आईजी (सतर्कता अधिष्ठान) एसके भगत को आईजी वाराणसी परिक्षेत्र, आईजी बरेली परिक्षेत्र राजेश कुमार पांडेय को आईजी चुनाव प्रकोष्ठ भेजा गया। इसी तरह आईजी झांसी परिक्षेत्र सुभाष बघेल को आईजी लखनऊ और मिर्जापुर परिक्षेत्र के आईजी पीयूष श्रीवास्तव को आईजी मुख्यालय में नियुक्त किया गया है।
इसी तरह, आईपीएस मुनिराज को बतौर एसएसपी आगरा और गाजियाबाद के एसएसपी कलानिधि नैथानी को अलीगढ़ में नई तैनाती मिली है. आईपीएस किरीट कुमार को एसपी पीलीभीत, दिनेश कुमार पी. को एसएसपी गोरखपुर बनाया गया है.