लखनऊ: साल 2013 में हुए मुजफ्फरनगर दंगा मामले में आरोपी उत्तर प्रदेश के गन्ना मंत्री सुरेश राणा (Suresh Rana), बीजेपी विधायक संगीत सोम (Sangeet Som), पूर्व सांसद कुंवर भारतेंद्र सिंह (Kunwar Bhartendra Singh) सहित 11 पर दर्ज सांप्रदायिक मुकदमे वापस लिए जाएंगे. अभियोजन की अर्जी पर सुनवाई करते हुए शनिवार को स्पेशल एमपी एमएलए कोर्ट ने इसकी अनुमारी दे दी है. मुकदमा वापसी के आदेश से इन लोगों को बड़ी राहत मिली है. Uttar Pradesh: मुजफ्फरनगर में महिला के उत्पीड़न के आरोप में एक व्यक्ति गिरफ्तार
बता दें कि योगी सरकार के मंत्री सुरेश राणा, बीजेपी विधायक संगीत सोम, साध्वी प्राची समेत 40 लोग शामिल हैं. इन लोगों पर मुज़फ्फरनगर के नंगला मंदौड़ इलाके में भड़काऊ भाषण देकर दंगा भड़काने का आरोप है. मुज़फ्फरनगर दंगों में मुकदमा वापस होने का यह पहला मामला है. विशेष न्यायालय के न्यायाधीश राम सुध सिंह ने सरकारी वकील को शुक्रवार को मामला वापस लेने की इजाजत दी है.
2013 Muzaffarnagar riots: Special MP-MLA Court allows withdrawal of cases against 51 named accused, including UP minister Suresh Rana, BJP MLA Sangit Som, former BJP MP Bhartendu Singh, and VHP leader Sadhvi Prachi
— ANI UP (@ANINewsUP) March 27, 2021
डीजीसी राजीव शर्मा ने कहा, अपर सत्र न्यायाधीश कोर्ट संख्या पांच से दंगे का एक मुकदमा वापस हुआ है. कोर्ट ने 321 सीआरपीसी के तहत लगाई गई अर्जी स्वीकार करते हुए आदेश जारी किया है.
गौरतलब है कि 27 अगस्त 2013 को थाना जानसठ क्षेत्र के गांव कवाल में तीन हत्याओं के बाद माहौल बिगड़ गया था. सचिन और गौरव नाम के दो लड़कों ने शाहनवाज़ नाम के एक नौजवान की हत्या कर दी थी. शाहनवाज़ की हत्या से नाराज वहां जमा हुई भीड़ ने सचिन और गौरव को पीट-पीट कर मार डाला था. इसके बाद इलाके में साम्प्रदायिक तनाव फैल गया था.
बता दें कि 7 सितंबर 2013 को थाना सिखेड़ा क्षेत्र के गांव नंगला मंदौड़ इंटर कालेज के मैदान में बहू-बेटी बचाओ पंचायत हुई. इसमें मौजूदा गन्ना मंत्री सुरेश राणा, सरधना से भाजपा विधायक संगीत सोम सहित पूर्व सांसद कुंवर भारतेंद्र, हिंदूवादी नेता साध्वी प्राची, श्यामपाल चेयरमैन, जयप्रकाश, राजेश्वर आर्य, सुनील रोहटा, बिट्टू तथा चन्द्रपाल आदि के विरुद्ध भड़काऊ भाषण देने, सांप्रदायिक उन्माद फैलाने आदि संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ था. मुजफ्फरनगर और उसके पड़ोसी जिलों में सितंबर 2013 में सांप्रदायिक दंगे भड़के थे.