नई दिल्ली: सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के प्रमुख ने शुक्रवार को कहा कि भारत की सीमाओं पर सुरक्षा की दृष्टि से नाजुक क्षेत्रों पर मुस्तैदी बढ़ाने के लिए लेजर बाड़ और प्रौद्योगिकी आधारित अवरोधक लगाने से संबंधित पहली ‘स्मार्ट बाड़’ प्रायोगिक परियोजना का इस माह गृहमंत्री राजनाथ सिंह द्वारा औपचारिक रुप से शुभारंभ किये जाने की संभावना है.
उन्होंने कहा कि ऐसे उपकरण पाकिस्तान और बांग्लादेश से सटी भारतीय सीमा के 2400 किलोमीटर खंड पर लगाये जाएंगे.
बीएसएफ के महानिदेशक के के शर्मा ने कहा कि बांग्लादेश और उसके सीमा प्रहरी बल बीजीबी के साथ भारत का संबंध फिलहाल बड़ा दोस्ताना है और समग्र समेकित सीमा प्रबंधन प्रणाली (सीआईबीएमएस) के तहत बीएसएफ की प्राथमिकता पहले पाकिस्तान सीमा पर इन स्मार्ट उपकरणों को लगाना है.
उन्होंने कहा, ‘‘सीबीआईएम प्रणाली या स्मार्ट बाड़ की पहली प्रायोगिक परियोजना पहले लगा दी गयी से है और जम्मू में काम कर रही है. गृहमंत्री 17 सितंबर को औपचारिक रुप से इसका शुभारंभ करेंगे .... लेकिन यह अंतरिम तारीख है. ’’
बीएसएफ प्रमुख ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘ब्रह्मपुत्र के पार धुबरी में पूर्वी सीमा पर हमने 55-60 किलोमीटर के खंड पर तकनीकी समाधान लगाए हैं क्योंकि वहां बाड़ लगाने की संभावना नहीं है.’’
उन्होंने कहा कि सीमा प्रहरी बल पूर्वी सीमा पर इस क्षेत्र की चौकसी के लिए नवीनतम उपकरण और प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल कर रहा है.