Prayagraj Flood: उत्तर प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश ने आम जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है. खासकर प्रयागराज और वाराणसी जिले इस समय बाढ़ जैसे हालात का सामना कर रहे हैं. जलभराव और नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी के कारण जिला प्रशासन ने एहतियातन कदम उठाते हुए स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है. प्रयागराज में हालात इतने गंभीर हो चुके हैं कि जिला मजिस्ट्रेट ने जिले के सभी स्कूलों को 7 अगस्त 2025 तक बंद रखने का आदेश जारी किया है. इस आदेश में प्री-प्राइमरी से लेकर कक्षा 12 तक के सभी स्कूल शामिल हैं, चाहे वो सरकारी हों, सहायता प्राप्त हों, या फिर CBSE और ICSE जैसे बोर्ड से संबद्ध निजी स्कूल हों. सभी माध्यमों हिंदी और अंग्रेजी में संचालित स्कूलों को बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं.
प्रयागराज: रिहायशी इलाकों में घुसा बाढ़ का पानी
#प्रयागराज इस समय भीषण बाढ़ की चपेट में है, जिससे शहर से लेकर गांव तक के लोग बेहाल हैं। कई रिहायशी इलाकों में एक मंजिला मकान पूरी तरह डूब चुके हैं। हालात इतने खराब हैं कि लोग बिना बिजली और पानी के ऊपरी मंजिलों पर रातें गुजारने को मजबूर हैं। प्रशासन की तैयारियां नाकाफी साबित हो… pic.twitter.com/4HWqnR4dt8
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) August 5, 2025
वाराणसी: गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से नमो घाट जलमग्न
#WATCH | Varanasi, UP: Namo Ghat is seen flooded as the water level of the Ganga River rises, following continuous rainfall in the region. pic.twitter.com/9QlfzHQh6v
— ANI (@ANI) August 5, 2025
शिक्षकों को वर्क फ्रॉम होम के निर्देश
इसके साथ ही स्कूलों के शिक्षकों और स्टाफ को निर्देश दिया गया है कि वो DBT, U-DISE Plus और अन्य विभागीय कार्य घर से ही पूरा करें. प्रशासन का कहना है कि बच्चों की सुरक्षा प्राथमिकता है और स्कूल बंद रखना इस समय ज़रूरी कदम है.
वाराणसी में 5-6 अगस्त को स्कूलों की छुट्टी
वाराणसी में भी बारिश और बाढ़ की स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने सभी बोर्डों के तहत संचालित स्कूलों को 5 और 6 अगस्त को बंद रखने का आदेश दिया है. इस आदेश के तहत बेसिक शिक्षा परिषद, माध्यमिक शिक्षा परिषद, CBSE, ICSE और संस्कृत बोर्ड के सभी स्कूलों को शामिल किया गया है. प्री-प्राइमरी से लेकर इंटरमीडिएट तक के स्कूल बंद रहेंगे.
जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा जारी आदेश में सभी स्कूलों के प्रधानाचार्यों और प्रबंधकों को आदेश का सख्ती से पालन करने को कहा गया है.
अन्य जिलों में भी अलर्ट
प्रयागराज और वाराणसी के अलावा मिर्जापुर, झांसी, आगरा, कानपुर देहात और कानपुर नगर जैसे जिलों में भी नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. कई जगहों पर बाढ़ राहत शिविर और रैन बसेरे बनाए गए हैं. इसके लिए स्कूलों के प्रधानाचार्यों और ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों को सहयोग के लिए नियुक्त किया गया है.
मौसम विभाग की चेतावनी
लखनऊ स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, आगामी दिनों में भी तेज बारिश और जलभराव की स्थिति बनी रह सकती है. शहरों के साथ-साथ गांवों में भी जलभराव की समस्या और बढ़ सकती है. इसलिए प्रशासन हर संभव सावधानी बरत रहा है.













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