मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीजेपी-सेना ने एक बार फिर से जीत का परचम लहरया है. वहीं कांग्रेस ने 44 और एनसीपी 54 ने मिलकर 98 सीटों पर जीत हासिल की. इस जीत के बाद बीजेपी के माथे पर बल आ गया है. वहीं शिवसेना जिसने चुनाव से पहले ही अपने पार्टी के सीएम बनाने की इच्छा जाहिर कर चुकी है. यही कारण था कि पहली बार ठाकरे परिवार से किसी ने मैदान में उतरकर जीत हासिल की. आदित्य ठाकरे को जैसे ही वर्ली को जीत मिली उसी समय सड़को पर भावी सीएम कहकर पोस्टर लगा दिए गए. फिलहाल अभी बीजेपी-सेना के बीच पशोपेश जारी है. इसी बीच शिवसेना ने एक बार अपने मुखपत्र सामना के माध्यम से मोदी सरकार पर हमला किया है. शिवसेना ने तंज कसते हुए पूछा है कि दिवाली में इतना सन्नाटा क्यों है भाई.
दरअसल, शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में लिखा कि, मंदी के कारण बाजारों में कोई धूम-धड़का नजर नहीं आ रहा है. वहीं खरीदारी में 30 से 40 फीसदी की कमी आई है. कारखाने और उद्योग बंद होने के कगार पर हैं और नोटबंदी और जीएसटी ने हालत खराब कर रखा है. ऐसे में केंद्र कहती है कि किसानों की आय दो गुना करेंगे. अपने मुखपत्र सामना में लिखा कि, ऑनलाइन खरीदारी का फायदा विदेशी कंपनियों को मिल रहा है. बैंक बंद हो रहे हैं. लोग परेशान हैं, लोग परेशान हैं. बेवक्त हुई बारिश के कारण किसानों की तैयार फसल खराब हो गयी जिससे उनकी माली हालत खराब है. लेकिन बदकिस्मती है कि कोई भी किसानों को इससे बाहर निकालने की नहीं सोच रहा है.
शिवसेना (Shiv Sena) सीएम पद को लेकर अड़ी हुई है. उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने पहले ही साफ कर दिया है कि वह 50-50 का फॉर्मूला चाहती है. विधानसभा चुनाव में बीजेपी को पिछली बार के मुकाबले कम सीटें मिली है. सीएम पद के लिए शिवसेना अब दबाव बना रही है. बता दें कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने सोमवार सुबह राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की. यह मुलाकात राज्य में गठबंधन सहयोगियों भाजपा-शिवसेना के बीच सत्ता को लेकर जारी झगड़े के बीच हुई है. फिलहाल इसे दिवाली के बाद औपचारिक मुलाकात बताई जा रही है. सोमवार को हुई इस मुलाकात में शिवसेना के नेता दिवाकर राउते भी मुख्यमंत्री के साथ थे.