Shivaji Statue Collapse: महाराष्ट्र में छत्रपति शिवाजी की मूर्ति मामले में एक शख्स कोल्हापुर से गिरफ्तार

कोल्हापुर, 30 अगस्त : छत्रपति शिवाजी की प्रत‍िमा ढहने के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने शिवाजी की मूर्ति के स्ट्रक्चरल कंसल्टेंट चेतन पाटिल को गिरफ्तार किया है. जानकारी के मुताबिक कोल्हापुर पुलिस की स्थानीय अपराध शाखा की एक टीम ने बीती रात कार्रवाई की. उन्होंने आरोपी चेतन पाटिल को अरेस्ट करके सिंधुदुर्ग पुलिस को सौंप दिया. ठाणे स्थित मूर्तिकार जयदीप आप्टे और कोल्हापुर शहर के स्ट्रक्चरल कंसल्टेंट चेतन पाटिल के आरोपी हैं. उनके खिलाफ मालवण पुलिस स्टेशन में धारा 109, 110, 125, 318 और भारतीय न्याय संहिता की 3(5) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.

बता दें कि बीते 26 अगस्त को सिंधुदुर्ग जिले के राजकोट किले में छत्रपति शिवाजी महाराज की 35 फुट ऊंची मूर्ति गिर गई थी. यह प्रतिमा भारतीय नौसेना ने बनाई थी. पिछले साल 4 दिसंबर को नौसेना दिवस के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका अनावरण किया था. इस घटना से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार को शर्मिंदगी उठानी पड़ी थी. विपक्षी दलों ने इसकी काफी आलोचनाओं की और विरोध-प्रदर्शन भी किए. यह भी पढ़ें : नोएडा: ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर बेचने के नाम पर ठगी करने वाले कॉल सेंटर का भंडाफोड़, चार गिरफ्तार

वहीं मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि वो शिवाजी महाराज मूर्ति गिरने के लिए 100 बार माफी मांग सकते हैं. छत्रपति शिवाजी महाराष्ट्र के संरक्षक देवता हैं. मैं 100 बार उनके पैर छूने और (प्रतिमा दुर्घटना के लिए) माफी मांगने को तैयार हूं. हमारी सरकार शिवाजी के आदर्शों को ध्यान में रखते हुए काम करती है. सीएम शिंदे ने इस मामले पर विपक्ष से राजनीति न करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास राजनीति करने के लिए और भी मुद्दे हैं लेकिन महाराष्ट्र के योद्धा शिवाजी महाराज को इससे दूर रखा जाना चाहिए.

एकनाथ शिंदे ने गुरुवार की बैठक में शिवाजी महाराज की भव्य और उत्कृष्ट प्रतिमा बनाने के लिए लोक निर्माण विभाग को देश के सर्वश्रेष्ठ मूर्तिकारों, वास्तु इंजीनियरों, विशेषज्ञों और नौसेना अधिकारियों की एक समिति नियुक्त करने के भी निर्देश दिए. बता दें कि महाराष्ट्र सरकार ने शिवाजी महाराज की प्रतिमा के ढहने के कारणों का पता लगाने के लिए इंजीनियर, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) के विशेषज्ञों और नौसेना अधिकारियों की एक संयुक्त तकनीकी समिति गठित की है.