
Public Toilets for Transgenders: पुणे जिसे महाराष्ट्र की सांस्कृतिक राजधानी के रूप में जाना जाता है, अब सामाजिक समावेशन और लैंगिक समानता के क्षेत्र में भी एक नई मिसाल कायम कर चुका है. भारत में पहली बार किसी शहर ने ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए विशेष रूप से समर्पित सार्वजनिक शौचालय बनाकर उन्हें न केवल स्वच्छता का अधिकार, बल्कि सम्मान के साथ जीने की सुविधा भी प्रदान की है.
इस वीडियो को सोशल मीडिया X पर @ThePuneMirror नाम के हैंडल से शेयर किया गया है. ये भी पढ़े:Facility For Transgender Community: योगी सरकार की बड़ी पहल, ट्रांसजेंडर समुदाय को मिलेगा राशनकार्ड
ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए बना सेपरेट टॉयलेट
Pune has become the first city in Maharashtra and India to construct dedicated public toilets for transgender individuals, with two facilities now operational near Pune Station. The initiative, led by Dr Amrapali Mohite and supported by the Pune Municipal Corporation (PMC),… pic.twitter.com/I6VFP66x3S
— Pune Mirror (@ThePuneMirror) May 23, 2025
तीन वर्षों की अथक मेहनत से बनी उम्मीद की यह इमारत
इस ऐतिहासिक पहल की अगुवाई की है डॉ. अमरपाली मोहिते ने, जो पिछले तीन वर्षों से ट्रांसजेंडर समुदाय के अधिकारों के लिए संघर्ष कर रही थीं. उन्होंने न केवल शहरी प्रशासन को इस दिशा में सक्रिय किया, बल्कि समाज में इस संवेदनशील मुद्दे पर बातचीत शुरू कर एक बड़ा बदलाव भी लाया.पुणे स्टेशन के पास दो शौचालय अब पूरी तरह कार्यरत हैं, जहां ट्रांसजेंडर व्यक्ति बिना किसी भेदभाव के, सुरक्षित और सम्मानजनक माहौल में सुविधा प्राप्त कर सकते हैं.
समाज के हाशिये पर खड़े समुदाय के लिए नई पहचान
भारत में ट्रांसजेंडर समुदाय को अक्सर भेदभाव, उपेक्षा और बुनियादी सुविधाओं की कमी का सामना करना पड़ता है. सार्वजनिक शौचालयों की अनुपलब्धता ने इस समुदाय के लिए एक गंभीर समस्या पैदा की थी .कहीं उन्हें महिलाओं के शौचालय में प्रवेश नहीं मिलता, तो कहीं पुरुषों के शौचालय में उन्हें तिरस्कार सहना पड़ता था.यह पहल न केवल एक आधारभूत सुविधा की उपलब्धता सुनिश्चित करती है, बल्कि ट्रांसजेंडर व्यक्तियों को समाज में एक सम्मानजनक स्थान देने की दिशा में बड़ा कदम है.
कानूनी संरचना और सरकारी योजनाओं से मिला सहयोग
यह पहल भारत सरकार के ट्रांसजेंडर व्यक्ति (अधिकारों का संरक्षण) अधिनियम, 2019 और SMILE (Support for Marginalized Individuals for Livelihood and Enterprise) योजना के अंतर्गत लाई गई है. पुणे नगर निगम ने इसमें सक्रिय भूमिका निभाई है और घोषणा की है कि जल्द ही शहर के अन्य हिस्सों में 15 और ऐसे शौचालयों का निर्माण किया जाएगा.